Employees of PIU department forced to work sitting in dilapidated building
Employees of PIU department forced to work sitting in dilapidated building: मंडला। जिले में करोड़ों का भवन निर्माण कार्य कराने वाला विभाग का भवन खुद ही बदहाल है। विभाग जर्जर भवन में बैठकर कार्य करने को मजबूर है। विभाग पत्राचार कर भवन के मरम्मत की मांग कर रहा है, लेकिन स्वीकृति नहीं मिल रही है। जबकि यही विभाग करोड़ो की कीमतों के शासकीय कार्यालय और अवासीय भवनो का निर्माण कार्य करती है।
दिया तले अंधेरा वाली कहावत तो आपने सुनी ही होगी, लेकिन आज इसका हम आपको चरितार्थ दिखा रहे हैं। यहां मंडला जिले के लोक निर्माण विभाग के PIU विभाग का कार्यालय बदहाल है। तस्वीरों पर गौर करिए ये PIU विभाग का कार्यालय है। जहां पर एसडीओ रेंज के अधिकारी बैठकर टेंडर निकालकर भवनो का निर्माण कार्य कराते है, वो भी हजारो का नही सीधे लाखों या फिर करोड़ों के भवनों का। इसके बावजूद यहां के भवन के छत में बड़े- बड़े गड्ढे हो रखे हैं। एक दो नहीं बल्कि कई बड़े गड्ढे, जहां पर इसी के नीचे अधिकारियों से लेकर कर्मचारी तक सभी इसी जर्जर भवन में बैठकर कार्य करने को मजबूर है।
बावजूद इसके ये विभाग अपने ही कार्यालय के निर्माण कार्य के लिए स्वीकृति नहीं ले पा रहा है। यहां के कर्मचारियों से जब इस विषय पर चर्चा की गई तो उनका हौसला भी देखिए। उनका कहना है कि मरना तो है ही एक दिन अगर मर जाएंगे तो शासन दे ही देगी इंशोरेंस का पैसा। वहीं, इस मामले में जब हमने मंडला जिले के PIU के जिला अधिकारी से जब इस विषय पर बात की तो उन्होंने बताया कि बिल्डिंग के जर्जर होने के बाद इसका नव निर्माण कार्य कराने के लिए प्रस्ताव भेजा गया था पर स्वीकृति नहीं मिली है। जैसे ही मिलेगी निर्माण कार्य कराया जाएगा।