‘भारतीय इतिहास को तोड़-मरोड़ के पेश किया, उस समय के इतिहासकारों नहीं थी संस्कृत की समझ’

‘भारतीय इतिहास को तोड़-मरोड़ के पेश किया, उस समय के इतिहासकारों नहीं थी संस्कृत की समझ’
Modified Date: November 29, 2022 / 08:39 pm IST
Published Date: April 18, 2022 3:09 pm IST

भोपाल । केंद्रीय राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने यहां आयोजित विश्व धरोहर दिवस कार्यक्रम परिसंवाद में भारतीय इतिहास को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास को तोड़-मरोड़ के पेश किया गया। हमारे इतिहास को हमसे दूर रखा गया। आरोप लगाया कि उस समय के साहित्यकार और इतिहासकारों को संस्कृत की ज्यादा जानकारी नहीं थी।

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उन्होंने कहा कि देश के लिखित इतिहास को जलाया गया। जिसने जो भी समझा, वहीं भारत के बारे में लिखा दिया। कश्मीर में कितनी शासिका थीं। इसके बारे में हमें नहीं पता है। सबसे पहले अपनी कमजोरियों को पहचानकर विषय वस्तु को बदल सकते हैं।

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केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि साल 2014 के बाद बदलाव तो आया है पर वो बदलाव तब तक पूरा नहीं होगा, जब तक कि चेतना का स्वर एक नहीं होगा।


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