भोपाल : Shahdol Patwari Murder Case : जब तहसीलदार के निर्देश पर पटवारियों का एक समूह अवैध खनन को रोकने के लिए देवलोंद थाना से चंद कदमों की दूरी पर गोपालपुर गांव पहुंचा, तो वहां बेखौफ खनन माफियाओं ने पटवारी प्रसन्न सिंह बघेल के ऊपर ट्रैक्टर चढ़ाकर मार डाला। शर्म की बात ये है रात 12 बजे पुलिस को इतल्ला करने के बावजूद शहडोल पुलिस या तो सोती रही या सोना का नाटक करती रही। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने इसे शासन और प्रशासन के लिए कलंक बताया तो पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसके पीछे की वजह भ्रष्टाचार को बताया। सवाल ये भी उठा कि आरोपियों के घर कब चलेगा बुल्डोजर।
सत्ता पक्ष से जब सवाल किया गया तो उन्होंने आचार संहिता हवाला दिया और इसके लिए कांग्रेस रक्षित माफियाओं को जिम्मेदार ठहराया। तो कांग्रेस ने इसके लिए मंत्रियों को जिम्मेदार ठहराया।
Shahdol Patwari Murder Case : पत्थर से लेकर रेत तक और मैगनीज से लेकर हीरा तक अवैध तरीके से निकाला और बेचा जा रहा है। ऐसे में भले ही बीजेपी और कांग्रेस इसके लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराये, लेकिन इन घटनाओं के बीच कहीं न कहीं जमीनी स्तर पर तैनात कर्मियों के हौंसले पस्त होते हैं और माफियाओं का दायारा बढ़ता जाता है। जो हमारे सिस्टम पर सवाल खड़े करते हैं।
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2 hours ago