भोपाल, 12 जुलाई (भाषा) मध्यप्रदेश सरकार ने विधानसभा में कहा कि इस कैलेंडर वर्ष के पहले तीन महीनों (जनवरी से मार्च) में प्रदेश में लगभग 78 हजार बच्चे कुपोषित पाए गए हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह के एक सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी।
भोजन की कमी या अच्छे भोजन के अभाव के कारण कुपोषित बच्चे अक्सर कमजोर और खराब स्वास्थ्य वाले होते हैं। यह बच्चों में बौनापन और कमजोरी का कारण बन सकता है और उनका वजन कम हो सकता है।
भिंड जिले के लहार से कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह ने जानना चाहा था कि क्या इस साल के पहले तीन महीनों में लगभग 78 हजार कुपोषित बच्चे पाए गए हैं।
सिंह ने अटल बिहारी वाजपेयी बाल स्वास्थ्य एवं पोषण मिशन के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि इस संख्या में 21,631 अति कुपोषित बच्चे शामिल हैं।
सरकार के लिखित जवाब के अनुसार राज्य में सबसे अधिक इंदौर संभाग में 22,721 कुपोषित बच्चे थे। इस संभाग में अलीराजपुर और झाबुआ के आदिवासी बहुल जिले शामिल हैं।
भाषा दिमो रंजन
रंजन
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जबलपुर में पत्नी की हत्या का आरोपी गिरफ्तार
8 hours agoतीसरे चरण के मतदान में मप्र की सभी नौ लोकसभा…
8 hours ago