Sarla Mishra Death Case: 28 साल बाद फिर खुलेगी दिग्गज कांग्रेस नेत्री के हत्याकांड की फाइल, राजीव-सोनिया गांधी की थी करीबी, ऐसे हुई थी मौत

Sarla Mishra Death Case: 28 साल बाद फिर खुलेगी दिग्गज कांग्रेस नेत्री के हत्याकांड की फाइल, राजीव-सोनिया गांधी की थी करीबी, ऐसे हुई थी मौत

  • Reported By: Atul Tiwari

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  • Publish Date - April 18, 2025 / 09:24 PM IST,
    Updated On - April 18, 2025 / 09:25 PM IST

Sarla Mishra Death Case/ Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • कांग्रेस नेत्री सरला मिश्रा की मौत के मामले की अब दोबारा जांच होगी
  • सरला मिश्रा की फरवरी 1997 में भोपाल के टीटी नगर आवास में आग से जलने से उनकी मौत हो गई थी
  • न्यायालय ने रिपोर्ट में गंभीर खामियां पाते हुए 28 साल बाद इसे खारिज कर दिया और दोबारा जांच के आदेश दिए

Sarla Mishra Death Case: नर्मदापुरम। कांग्रेस नेत्री सरला मिश्रा की मौत के मामले की अब दोबारा जांच होगी। सरला मिश्रा की फरवरी 1997 में भोपाल के टीटी नगर आवास में आग से जलने से उनकी मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में खात्मा रिपोर्ट 2000 में कोर्ट में पेश की थी। बुधवार को न्यायालय ने रिपोर्ट में गंभीर खामियां पाते हुए 28 साल बाद इसे खारिज कर दिया और दोबारा जांच के आदेश दे दिए। सरला मिश्रा के भाई अनुराग मिश्रा ने IBC24 से खास बातचीत की और बताया कि यह फैसला न्यायोचित है न्यायालय के इस फैसले का हम अभार मानते है।न्यायालय ने केस में पुनः जांच के लिए बिंदुवार जांच के आदेश दिए है।

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सरला के भाई ने न्यायालय के आदेश का किया स्वागत

नर्मदांचल की रहने वाली 1997 के कांग्रेस सरला मिश्रा हत्याकांड के मामले में सरला मिश्रा के भाई अनुराग मिश्रा ने मीडिया से चर्चा करके बताया कि, न्यायालय का जो आदेश आया है वह स्वागत योग्य है। हमारी बड़ी बहन सरला मिश्रा जो उनके संबंध में यह फैसला स्वागत योग्य है और हम लोग को एक राहत की और आशा की किरण जगी है। जो हमारी बहन की हत्या हुई थी। उन्होंने बताया तत्कालीन समय में 1997 में जितने भी अधिकारी इस केस मे इंवॉल्व थे चाहे वह फॉरेंसिक हो या फिर कोई भी हो सब की कलई सामने आ गई है।

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सफेद पोश लोग के नाम आएंगे सामने!

अनुराग मिश्रा ने कहा कि, इस आदेश से अब स्पष्ट है न्यायालय ने बिंदुवार आदेश दिए हैं कि इन इन बिंदुओं पर पूर्ण विवेचना और अनुसंधान की गई है। इसलिए इनकी पुनः जांच की जाए और उसका स्पष्टीकरण माननीय न्यायालय द्वारा जांच करके प्रतिवेदन जमा किया जाए। निश्चित तौर पर यह हमें इस फैसले से बिल्कुल राहत मिली है। हमारी वर्तमान सरकार से भी हम मांग करने वाले हैं। हमारी आपके माध्यम से भी यह मांग है इसमें पुलिस अधिकारियों की पैनल बनाकर इस पूरे मामले की जांच कराई जाए जो सफेद पोश लोग हैं उनके नाम भी सामने आना चाहिए।

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1997 को भोपाल में जलने से हुई थी मौत

वैलेंटाइन डे के दिन (14 फरवरी 1997) को अचानक खबर आई कि, सरला मिश्रा आग में बुरी तरह झुलस गईं। तब वे भोपाल के टीटीनगर स्थित सरकारी आवास में रहती थीं। उन्हें तत्काल भोपाल के हमीदिया अस्पताल ले जाया गया। स्थिति गंभीर होने पर दिल्ली के सफदरगंज हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया। आखिरकार 19 फरवरी 1997 को उन्होंने दम तोड़ दिया।

सरला मिश्रा कौन थीं?

सरला मिश्रा मध्यप्रदेश की एक जानी-मानी कांग्रेस नेत्री थीं, जिनकी फरवरी 1997 में भोपाल में संदिग्ध परिस्थितियों में जलने से मौत हो गई थी।

. उनकी मौत के मामले में न्यायालय ने क्या आदेश दिए हैं?

न्यायालय ने 2000 में पुलिस द्वारा दी गई खात्मा रिपोर्ट को खारिज कर दिया है और मामले की दोबारा जांच के आदेश दिए हैं।

क्या इस केस में किसी की गिरफ्तारी हो सकती है?

अगर दोबारा जांच में कोई नया सबूत या संदेहास्पद तथ्य सामने आते हैं, तो संबंधित व्यक्तियों पर कानूनी कार्रवाई संभव है।