शह मात The Big Debate: घोटाले की कालिख..आरोपों की आंच! किन सबूतों के आधार पर घोटाले का आरोप लगाया गया? देखिए पूरी रिपोर्ट
MP Politics: घोटाले की कालिख..आरोपों की आंच! किन सबूतों के आधार पर घोटाले का आरोप लगाया गया? देखिए पूरी रिपोर्ट
MP Politics | Photo Credit: IBC24
- जल जीवन मिशन में 2000 करोड़ का घोटाला होने का आरोप
- मंत्री संपतिया उईके पर गंभीर सवाल
- पूर्व विधायक ने नार्को टेस्ट और बेहिसाब संपत्ति की जांच की मांग की
भोपाल: MP Politics बीजेपी सरकार की एक मंत्री पर घोटाले का आरोप, 1000 करोड़ की कमीशनखोरी का आरोप, आरोपों की जांच, जांच में क्लीन चिट..पर सियासत जारी..शोर जारी..शिकवा जारी। मप्र की राजनीति में मचा ये नया तूफान क्या बेसबब है, या इस अंधड़ के पीछे कोई परतदार सच्चाई है?
MP Politics विपक्ष ने इस मुद्दे को मुखरता से आवाज दी है मंत्री से इस्तीफे की मांग हो रही है। क्या ये केवल राजनीति है। या फिर उसके आगे बहुत कुछ इनवेस्टिगेट होना जरूरी है। सवाल, शक और कई संदिग्ध किरदार क्या इस दफा दूध का दूध और पानी का पानी होने जा रहा है। या बयानों के शोर और केवल शब्द गूंजेंगे और सच फिर कहीं दुबक जाएगा?
एमपी में फिर जलजीवन मिशन में घोटाले के आरोप लगे हैं। कोई सौ दो सौ करोड़ के नहीं बल्कि 2000 करोड़ के घोटाले के आरोप वो भी विभाग की मंत्री संपतिया उईके पर। दरअसल लांजी के पूर्व विधायक किशोर समरीते ने प्रधानमंत्री कार्यालय को एक खत लिखकर ये शिकायत की मंत्री संपतिया उईके और पीएचई के ही इंजीनियर बीके सोनगरिया ने 2 हजार करोड़ का कमीशन ठेकेदारों से लिया है। ना सिर्फ मंत्री ने बल्कि जल निगम में पदस्थ कई इंजीनियरों ने भी ठेकेदारों से करोड़ों की उगाही बतौर कमीशन की है। खत में पूर्व विधायक ने मंत्री और भ्रष्ट इंजीनियरों के नार्को टेस्ट के अलावा उनकी बेहिसाब संपत्ती के जांच की मांग भी की है। उधर पीएचई के चीफ इंजीनियर ने मंत्री के खिलाफ ही जांच भी बिठा दी है। जाहिर है कांग्रेस को बीजेपी सरकार की घेराबंदी का फिर बड़ा मौका हाथ लगा है
फिलहाल जल जीवन मिशन पर सियासत गरमा गयी है। कांग्रेस ये दावा कर रही है कि ऐसी कोई योजना नहीं जिसमें घपले घोटाले ना हों। कांग्रेस तो ये भी कह रही है कि हर जगह सिर्फ और सिर्फ कमीशन का खेल चल रहा है। उधर बीजेपी सरकार के मंत्री घोटाले के आरोपों पर जवाब देने के बजाए शिकायत करने वाले की ही नीयत पर सवाल खड़े कर रहे हैं…पीएचई मंत्री संपतिया उईके कह रही हैं वो बेदाग हैं। पार्टी को सफाई भी देंगी और घोटाले का जवाब अब मुख्यमंत्री देंगे। उधर डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल कह रहे हैं ये मंत्री को बदनाम करने के साजिश के अलावा कुछ और नहीं है।
बहरहाल जल जीवन मिशन पर सियासत नयी नही है। इसके पहले भी विधानसभा के भीतर घोटाले पर सवाल खड़े हो चुके हैं। खुद सरकार ने घोटालों की जांच कराने का आश्वासन तक दिया है, लेकिन बावजदू घोटाले की परतें अब धीरे धीरे आरोपों के जरिए खुलती जा रही हैं।

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