भोपाल, 18 दिसंबर (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बृहस्पतिवार को मशहूर मूर्तिकार राम सुतार के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि कला एवं शिल्प जगत ने एक अनमोल रत्न खो दिया।
पद्म विभूषण से सम्मानित सुतार ने बुधवार देर रात नोएडा स्थित अपने घर में अंतिम सांस ली।
राम सुतार के बेटे अनिल सुतार ने बताया कि उनके पिता की उम्र 100 साल थी और वह उम्र संबंधी बीमारियों से पीड़ित थे।
सुतार की कृतियों में गुजरात के केवड़िया में ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ और संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिष्ठित प्रतिमा शामिल है।
यादव ने कहा, “मशहूर मूर्तिकार द्वारा गुजरात में दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा, ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के रूप में बनाई गई लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की शानदार प्रतिमा न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया को एकता और अखंडता का संदेश देती है।”
उन्होंने कहा, “कला और शिल्प जगत ने एक अनमोल रत्न खो दिया है।”
महाराष्ट्र के धुले जिले के गोंदूर गांव में 19 फरवरी, 1925 को जन्मे सुतार बचपन से ही मूर्तिकला की ओर आकर्षित थे।
वह मुंबई के ‘जेजे स्कूल ऑफ आर्ट एंड आर्किटेक्चर’ से गोल्ड मेडलिस्ट थे।
सुतार को 1999 में पद्म श्री और 2016 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
हाल ही में, सुतार को राज्य के सर्वोच्च पुरस्कार महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
भाषा दिमो जितेंद्र
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