Publish Date - June 5, 2025 / 07:37 PM IST,
Updated On - June 5, 2025 / 07:40 PM IST
Shahdol News MP | Image Source | IBC24
HIGHLIGHTS
शहडोल- 48 घंटे से कुएं में फंसा था युवक,
युवक की मजदूरों ने सुनी चीख,
प्रशासन को फिर चला रेस्क्यू ऑपरेशन,
शहडोल: Shahdol News MP: ब्यौहारी थाना क्षेत्र के हनुमान घाटी मंदिर के पास स्थित एक सुनसान इलाके में बने पुराने कुएं से एक युवक को 48 घंटे बाद सकुशल बाहर निकाला गया। बताया जा रहा है कि युवक दो दिन से भूखा-प्यासा उसी कुएं में फंसा हुआ था और दर्द से कराहते हुए लगातार मदद की गुहार लगा रहा था लेकिन सुनसान इलाका होने के कारण किसी को उसकी आवाज सुनाई नहीं दी।
Shahdol News MP: घटना बुधवार दोपहर की है जब रेलवे लाइन पर काम कर रहे मजदूरों को अचानक किसी के चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। आवाज की दिशा में बढ़ने पर मजदूरों ने हनुमान घाटी मंदिर के पास स्थित उस पुराने कुएं में झाँक कर देखा जहाँ एक युवक पानी में फंसा हुआ मदद के लिए पुकार रहा था।
Shahdol News MP: मजदूरों ने तत्काल शोर मचाया और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। कड़ी मशक्कत के बाद युवक को कुएं से बाहर निकाला गया। जब युवक को बाहर निकाला गया तब वह अचेत अवस्था में था। तत्काल उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया जहाँ उसका इलाज जारी है।
युवक के कुएं में गिरने की स्पष्ट वजह सामने नहीं आई है। फिलहाल माना जा रहा है कि वह गलती से या फिसलकर गिरा हो सकता है, क्योंकि वह स्थान सुनसान और असुरक्षित है।
युवक "कुएं में गिरा" कितने समय तक फंसा रहा?
युवक करीब 48 घंटे तक कुएं में फंसा रहा। वह लगातार मदद के लिए चिल्ला रहा था, लेकिन इलाके के सुनसान होने के कारण किसी को सुनाई नहीं दिया।
युवक को "कुएं में गिरा" होने पर किसने बचाया?
रेलवे लाइन पर काम कर रहे मजदूरों ने उसकी आवाज सुनी, और पुलिस को सूचना दी। इसके बाद स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया।
"कुएं में गिरा युवक" की हालत कैसी है?
जब युवक को निकाला गया, तब वह अचेत अवस्था में था। उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है और इलाज जारी है।
क्या "कुएं में गिरा" यह पहली घटना है?
इस क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं दुर्लभ हैं, लेकिन पुराने और खुले कुएं होने की वजह से इस तरह की घटनाओं की आशंका बनी रहती है। प्रशासन को ऐसे कुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।