मंत्री कैलाश विजयवर्गीय एक बार फिर अपने अनोखे अंदाज़ में नज़र आए,
मंच से अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को अलग अंदाज़ में परिचय कराया,
मंत्री ने मंच से नेताओं और अधिकारियों को खरी-खरी सुनाई,
इंदौर: Kailash Vijayvargiya Statement: नेहरू पार्क में आयोजित एक स्वच्छता अभियान कार्यक्रम में शामिल हुए प्रदेश सरकार में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय एक बार फिर अपने अनोखे अंदाज़ में नज़र आए। मंच से उन्होंने न केवल अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों का अलग अंदाज़ में परिचय कराया बल्कि कुछ चुटीली और विवादास्पद टिप्पणियाँ भी कीं जिनकी चर्चा अब शहरभर में हो रही है।
Kailash Vijayvargiya Statement: कार्यक्रम के दौरान विजयवर्गीय ने मंच से कहा कि बीजेपी शहर अध्यक्ष ने इस बार बहुत कम भाषण दिया है जो अच्छा संकेत है। इसी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने पश्चिमी देशों की एक कहावत का जिक्र किया जिसमें कहा गया है कि जैसे कम कपड़े पहनने वाली लड़की सुंदर मानी जाती है वैसे ही कम भाषण देने वाला नेता भी अच्छा होता है। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि वे इस सोच से सहमत नहीं हैं और भारतीय संस्कृति में महिलाओं को देवी का स्वरूप माना जाता है।
Kailash Vijayvargiya Statement: उन्होंने कहा की मैं मानता हूँ कि महिलाएं अच्छे कपड़े पहनें सुसज्जित हों। मुझे कम कपड़े पहनने वाली लड़कियाँ अच्छी नहीं लगतीं। कई बार जब युवा लड़कियाँ फोटो खिंचवाने आती हैं तो मैं उन्हें सलाह देता हूँ कि अच्छे कपड़े पहनकर आया करो। मंत्री विजयवर्गीय ने इंदौर के निगम कमिश्नर की भी तारीफ की। उन्होंने कहा की हमारे कमिश्नर से भी मैं कुछ सीखता हूँ। जब भी फोन करिए चाहे काम हुआ हो या नहीं वो हर बार जी सर कहते हैं। यह एक अच्छी कार्यशैली का संकेत है।
"कैलाश विजयवर्गीय बयान" किस कार्यक्रम में दिया गया था?
"कैलाश विजयवर्गीय बयान" इंदौर के नेहरू पार्क में आयोजित स्वच्छता अभियान कार्यक्रम के दौरान दिया गया था।
"कम कपड़े पहनने वाली लड़कियाँ" पर कैलाश विजयवर्गीय ने क्या कहा?
"कम कपड़े पहनने वाली लड़कियाँ" पर विजयवर्गीय ने कहा कि उन्हें ऐसी लड़कियाँ अच्छी नहीं लगतीं और वे युवतियों को सलाह देते हैं कि अच्छे कपड़े पहनकर आया करो।
"कम भाषण देने वाला नेता" वाली टिप्पणी का क्या मतलब था?
उन्होंने मजाकिया अंदाज़ में कहा कि कम भाषण देने वाला नेता अच्छा होता है, जैसे कुछ लोग कम कपड़े पहनने को सुंदरता से जोड़ते हैं — हालांकि वे इससे सहमत नहीं हैं।
क्या "कैलाश विजयवर्गीय की टिप्पणी" पर विवाद हुआ है?
हां, सोशल मीडिया और विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर "कैलाश विजयवर्गीय की टिप्पणी" को लेकर चर्चा और आलोचना हो रही है, विशेष रूप से महिलाओं को लेकर की गई टिप्पणी पर।
"विजयवर्गीय का बयान महिलाओं" को कैसे प्रभावित करता है?
"विजयवर्गीय का बयान महिलाओं" के पहनावे पर राय देने के कारण लोग इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता और महिला सम्मान के संदर्भ में संवेदनशील मुद्दा मान रहे हैं।