Shahdol News: जिस सांप ने काटा, उसी को लेकर इलाज कराने पहुंचा युवक, अस्पताल में मच गया हड़कंप, डॉक्टर्स भी रह गए हैरान

Shahdol News: जिस सांप ने काटा, उसी को लेकर इलाज कराने पहुंचा युवक, अस्पताल में मच गया हड़कंप, डॉक्टर्स भी रह गए हैरान

Shahdol News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • सांप ने काटा, फिर भी नहीं छोड़ा,
  • युवक सांप को पकड़कर खुद पहुंचा अस्पताल,
  • अस्पताल में मच गया हड़कंप,

शहडोल: Shahdol News:  जिले के विचारपुर गांव में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। सांप के डसने के बाद भी एक युवक ने न केवल अपनी सूझबूझ दिखाई बल्कि वही सांप पकड़कर इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंच गया। युवक को हाथ में सांप लिए देखकर अस्पताल में हड़कंप मच गया।

घटना शहडोल मुख्यालय से लगे विचारपुर गांव की है जहां राकेश सिंह नामक युवक को एक सांप ने डस लिया। लेकिन घबराने की बजाय राकेश ने तत्परता दिखाते हुए उसी सांप को पकड़ लिया और उसे लेकर सीधे जिला अस्पताल पहुंच गया। अस्पताल में हाथ में सांप लिए युवक को देखकर मरीजों और स्टाफ के बीच अफरा-तफरी मच गई। भय और आशंका का माहौल बन गया।

Shahdol News:  डॉक्टरों ने कई बार समझाइश देने की कोशिश की लेकिन राकेश सांप को छोड़ने को तैयार नहीं हुआ। आखिरकार अस्पताल प्रबंधन ने सर्पमित्र अनिल सोनी को बुलाया। अनिल ने सावधानीपूर्वक सांप को कब्जे में लेकर उसे जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया। राकेश को तत्काल इलाज के लिए भर्ती किया गया। डॉक्टरों का कहना है कि अब उसकी हालत स्थिर है और वह खतरे से बाहर है। जल्दी ही उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।

 

यह भी पढ़ें

"शहडोल सांप काटने की घटना" कब और कहाँ हुई?

यह घटना शहडोल जिले के विचारपुर गांव में हाल ही में सामने आई है।

"सांप के काटने पर क्या करना चाहिए"?

घबराए बिना तुरंत अस्पताल जाएं, घायल अंग को स्थिर रखें और किसी प्रशिक्षित व्यक्ति से सहायता लें। खुद सांप पकड़ने की कोशिश न करें।

क्या "राकेश सिंह" की हालत खतरे से बाहर है?

जी हां, डॉक्टरों के अनुसार अब उसकी हालत स्थिर है और जल्द ही उसे छुट्टी मिल सकती है।

अस्पताल में "जिंदा सांप" देखकर क्या स्थिति बनी?

अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई थी। बाद में सर्पमित्र अनिल सोनी ने सांप को सुरक्षित पकड़ा और जंगल में छोड़ दिया।

"सर्पमित्र" कौन होते हैं और उनकी क्या भूमिका है?

सर्पमित्र वे लोग होते हैं जो सांपों को सुरक्षित तरीके से पकड़ने और रेस्क्यू करने के लिए प्रशिक्षित होते हैं। इनकी सहायता से सांपों को नुकसान पहुँचाए बिना जंगल में छोड़ा जाता है।