मप्र में किसान की बेटी को थप्पड़ मारने की आरोपी नायब तहसीलदार को कारण बताओ नोटिस

मप्र में किसान की बेटी को थप्पड़ मारने की आरोपी नायब तहसीलदार को कारण बताओ नोटिस

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  • Publish Date - December 4, 2025 / 04:31 PM IST,
    Updated On - December 4, 2025 / 04:31 PM IST

छतरपुर (मध्यप्रदेश), चार दिसंबर (भाषा) मध्यप्रदेश के छतरपुर शहर में उर्वरक वितरण के दौरान एक महिला नायब तहसीलदार ने एक किसान की बेटी को कथित तौर पर थप्पड़ मार दिया, जिसके बाद अधिकारियों ने उसे कारण बताओ नोटिस जारी किया।

यह कथित घटना बुधवार को यहां एक कृषि मंडी में हुई, जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से प्रसारित हो रहा है।

वीडियो में नायब तहसीलदार रितु सिंघई को किसान की बेटी को कथित तौर पर थप्पड़ मारते हुए देखा जा सकता है।

वहीं सिंघई ने किसी के साथ मारपीट करने के आरोपों से इनकार किया है, जबकि जिला कलेक्टर पार्थ जायसवाल ने राजस्व अधिकारी को नोटिस जारी कर 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है और उन्हें चेतावनी दी है कि अगर वह जवाब देने में विफल रहती हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि इस घटना ने उर्वरक की कमी और इसकी कालाबाजारी के गंभीर मुद्दे को फिर से सामने ला दिया है।

प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि बुधवार दोपहर करीब 1,500 से अधिक किसान उर्वरक खरीदने के लिए कृषि मंडी पहुंचे, जहां यूरिया की कमी और लंबी कतारों की वजह से अफरा-तफरी मच गई।

उन्होंने आरोप लगाया कि पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग कतारें थीं, लेकिन जब एक किसान की बेटी, एमए की छात्रा और पारा गांव की निवासी ने टोकन मांगा, तो सिंघई ने पहले इनकार कर दिया और फिर उसे थप्पड़ मार दिया।

पीड़िता ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया कि वह सुबह नौ बजे से कतार में खड़ी थी।

उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता दो महीने से उर्वरक के लिए प्रयासरत हैं लेकिन उन्हें इसमें सफलता नहीं मिली, इसलिए उनकी मदद के लिए वह खुद उर्वरक लेने पहुंच गई।

घटना के बाद किसानों ने बुधवार को सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि 15 ट्रक उर्वरक ‘कालाबाजारी’ कर बेचे जा रहे हैं। हालांकि, सिंघई ने किसी को थप्पड़ मारने से इनकार करते हुए कहा कि कुछ महिलाएं पुरुषों की कतार में प्रवेश कर गईं, उनके कॉलर पकड़ लिए और अराजकता पैदा की।

उन्होंने पत्रकारों के मोबाइल फोन छीनने के आरोपों का भी खंडन किया और दावा किया कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए केवल उन्हें हल्का सा धक्का दिया था।

दूसरी ओर, किसान की बेटी ने आरोप लगाया कि नायब तहसीलदार ने उसके बाल खींचे और अन्य महिलाओं के साथ हाथापाई भी की।

कलेक्टर द्वारा नोटिस जारी किया गया, इसबीच नायब तहसीलदार बीमार हो गईं और उन्हें जिला अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया।

मध्यप्रदेश सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के उल्लंघन का हवाला देते हुए, कलेक्टर जायसवाल ने सिंघई से 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण मांगा और उन्हें चेतावनी दी कि अगर वह जवाब देने में विफल रहती हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता उमंग सिंघार ने एक बयान में कहा कि यह ‘कुशासन की पराकाष्ठा’ है।

उन्होंने कहा, ‘अगर मध्य प्रदेश में किसान खाद मांगते हैं तो प्रशासन उन्हें थप्पड़ मारता है! क्या राज्य में खाद मांगना अपराध बन गया है?

उन्होंने आरोप लगाया कि इससे पहले एक महिला अधिकारी ने एक किसान को खाद के लिए थप्पड़ मारा था और अब छतरपुर में एक महिला नायब तहसीलदार ने टोकन मांगने के लिए कतार में खड़ी एक छात्रा को थप्पड़ मार दिया।

सिंघार ने मुख्यमंत्री से घटना का तत्काल संज्ञान लेने और संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू करने का आग्रह किया।

भाषा सं ब्रजेन्द्र शोभना

शोभना