बिना कोई व्यवस्था के 94 महिलाओं की नसबंदी, ऑपरेशन के बाद ट्रक से भेजा गया घर, विधायक बोले- हो रहा मुर्गी-बकरी की तरह व्यवहार
बिना कोई व्यवस्था के 94 महिलाओं की नसबंदी : Sterilization operation of women without stretcher and other Facility in Sheopur
Sterilization operation of women
श्योपुर: Sterilization operation of women मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले के विजयपुर स्वास्थ्य केंद्र में नसबंदी मामले में अब सियासत गरमाती जा रही है। इस मामले को लेकर अब कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि अस्पताल में महिलाओं के साथ मुर्गी-बकरी की तरह व्यवहार हो रहा है। मुर्गी- बकरी तरह महिलाओं की हो रही वाहनों में लोडिंग हो रही है। महिलाओं को ऑपरेशन के बाद फलाहार देना था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाओं पर भी सवाल उठाए।
Sterilization operation of women दरअसल, श्योपुर में महिला नसबंदी शिविर का आयोजन किया गया था। इस शिविर में स्वास्थ्य विभाग और डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां टारगेट पूरा करने के लिए डॉक्टरों ने कुछ ही घंटों में 94 महिलाओं की नसबंदी कर दी। जिम्मेदारों ने यहां के अस्पताल में शिविर तो लगा लिया, लेकिन बेड और स्ट्रेचर तक का इंतजाम नहीं किया। जिसके चलते महिलाएं कड़कड़ाती ठंड में ठिठुरती रहीं। परिजनों को ही उन्हें उठाकर बाहर लाना पड़ा।
इस शिविर में महिलाओं को लिटाने के लिए न तो बेड थे और न ही उन्हें लाने ले जाने के लिए स्ट्रेचर और एम्बुलेंस का इंतजाम। इन हालात में महिलाओं को जमीन पर लिटाकर उनकी नसबंदी की जा रही है। स्ट्रेचर नहीं होने की वजह से नसबंदी कराने आई महिलाओं को ऑपरेशन थिएटर तक लाने ले जाने का काम उनके परिजनों ने ही किया। उन्होंने गोद में उठाकर महिलाओं को गाड़ियों तक पहुंचाया। परिजनों का कहना है कि जिम्मेदारों को उनकी जान से ज्यादा सिर्फ टारगेट पूरा करने की परवाह है।

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