सियासत का ‘सूर्य नमस्कार’! युवा दिवस पर भाजपा VS कांग्रेस, क्या हिंदुत्व के एजेंडे के इर्दगिर्द खेली जाएगी 2023 की बाजी?
'Surya Namaskar' of politics! BJP VS Congress on Youth Day
भोपालः ‘Surya Namaskar’ of politics कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए बीजेपी सरकार ने युवा दिवस पर आयोजित सामूहिक सूर्य नमस्कार के कार्यक्रम को निरस्त करने का फैसला किया। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीएम हाउस में सूर्य नमस्कार किया और लोगो को घर में रहकर सूर्य नमस्कार करने की अपील की। दूसरी ओर जिस कांग्रेस ने पहले कार्यक्रम का पुरजोर विरोध किया था। उसकी युवा विंग NSUI ने भोपाल में पीसीसी दफ्तर में सूर्य नमस्कार किया। इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का हिंदुत्व को लेकर दिया बयान भी सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना।
‘Surya Namaskar’ of politics स्वामी विवेकानंद की जयंती के मौके पर ये दो तस्वीरें भोपाल की है। पहली तस्वीर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की है। जिन्होंने कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर घर पर ही स्वामी विवेकानंद को याद करते हुए सूर्यनमस्कार किया। जबकि दूसरी तस्वीर कांग्रेस कार्यालय की है। जहां NSUI के दर्जन भर कार्यकर्ताओँ ने सूर्य नमस्कार किया और कहा कि हम हर साल ये कार्यक्रम करते हैं इसलिये इस साल भी किया।
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युवा दिवस के मौके पर कांग्रेस के तेवर देखकर ये साफ हो गया कि पार्टी अपने सॉफ्ट हिंदुत्व की धुंधली तस्वीर को साफ करने की भरसक कोशिश कर रही है। खुद दिग्विजय सिंह ये दावा कर रहे हैं कि उन्हें हिंदू विरोधी बताने की साजिश बीजेपी की है। वो भी युवा दिवस के मौके पर कांग्रेस के बदले हुए तेवर देखकर ये तो साफ हो गया है कि अब मध्यप्रदेश में सियासत के एजेंडे पर हिंदू वोटर ही रहने वाला है। हालांकि बीजेपी कांग्रेस की कथनी और करणी में अंतर बता रही है।
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कांग्रेस का मिजाज देखकर बीजेपी भी बेचैन है। बीजेपी ने सामूहिक सूर्य नमस्कार के कार्यक्रम को निरस्त ज़रुर कर दिया लेकिन बीजेपी सरकार के तमाम मंत्रियों, नेताओं ने अपने अपने प्रभार के जिलों में सूर्य नमस्कार किया है। इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने युवा दिवस के मौके पर कई ऐलान भी किये। मध्यप्रदेश सरकार ने तय किया कि युवा दिवस रोजगार दिवस के रूप में मनाया जाएगा। कुल मिलाकर मध्यप्रदेश के दोनों ही दलों ने युवा वोटर्स को साधने के लिए जोर लगाना शुरु कर दिया है। दिन भी खास चुना गया है। युवाओं के आइकन स्वामी विवेकानंद का अवतरण दिवस। जाहिर है सवा करोड़ युवा मतदाताओं को रिझाना इतना आसान भी नहीं है। सो वादे भी किए जा रहे हैं और नए नए दावे भी युवा दिवस पर बीजेपी कांग्रेस की ये कोशिश क्या आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर है। क्या मध्यप्रदेश में 2023 की बाजी हिंदुत्व के एजेंडे के इर्दगिर्द खेली जाएगी।

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