Ind vs Pak Asia Cup Final: टीम इंडिया के लिए बाबा महाकाल से जीत की प्रार्थना, भारत-पाक फाइनल से पहले उज्जैन में विशेष गणेश पूजन और मंत्रोच्चार, भक्तों ने कह दी ये बड़ी बात

Ind vs Pak Asia Cup Final: टीम इंडिया के लिए बाबा महाकाल से जीत की प्रार्थना, भारत-पाक फाइनल से पहले उज्जैन में विशेष गणेश पूजन और मंत्रोच्चार, भक्तों ने कह दी ये बड़ी बात

Ind vs Pak Asia Cup Final/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • भारत-पाक फाइनल से पहले उज्जैन में विशेष पूजन,
  • टीम इंडिया के लिए बाबा महाकाल से जीत की प्रार्थना,
  • उज्जैन में गणेश पूजन और मंत्रोच्चार,

उज्जैन: Ujjain News: भारत और पाकिस्तान के बीच आज होने वाले फाइनल मुकाबले को लेकर पूरे देशभर में उत्साह और उमंग का माहौल है। उज्जैन में बाबा महाकाल की नगरी से भी टीम इंडिया की जीत की कामना की गई। महाकाल मंदिर परिसर स्थित सिद्धिविनायक गणेश मंदिर में विशेष पूजन का आयोजन हुआ। मंदिर के पुजारी चम्मू गुरु ने विधिविधान से भगवान गणेश का पूजन कराया। इस दौरान गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ भी किया गया। Ind vs Pak Asia Cup Final

Ind vs Pak Asia Cup Final:  मान्यता है कि भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा जाता है, यानी हर बाधा को दूर करने वाला। इसलिए भारतीय टीम की जीत के रास्ते में आने वाली हर रुकावट को समाप्त करने के लिए यह विशेष अनुष्ठान किया गया। पूजन में बड़ी संख्या में भक्त भी शामिल हुए और सभी ने हाथ जोड़कर गणेशजी और बाबा महाकाल से भारत की जीत की कामना की।

Ind vs Pak Asia Cup Final:  महाकाल नगरी से उठी इस आस्था की गूंज ने माहौल को भक्ति और उत्साह से भर दिया। आज का भारत-पाकिस्तान का फाइनल मुकाबला न केवल एक खेल है बल्कि करोड़ों भारतीयों की भावनाओं से जुड़ा हुआ है। इसी भाव से उज्जैन में हुई इस पूजा ने टीम इंडिया के लिए जीत की प्रार्थना को और भी खास बना दिया है।

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उज्जैन में भारत-पाकिस्तान फाइनल के लिए किस मंदिर में पूजा हुई?

पूजा उज्जैन के महाकाल मंदिर परिसर में स्थित सिद्धिविनायक गणेश मंदिर में की गई।

इस पूजा का उद्देश्य क्या था?

पूजा का उद्देश्य टीम इंडिया की जीत में आने वाली हर बाधा को दूर करना था।

उज्जैन की "महाकाल नगरी" का इस पूजा में क्या महत्व है?

महाकाल नगरी उज्जैन भारत के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है, जहां से आस्था और ऊर्जा मिलती है।

पूजा कौन करवा रहा था?

पूजा मंदिर के पुजारी चम्मू गुरु ने विधिविधान के साथ कराई।

क्या इस पूजा में जनता की भी भागीदारी हुई?

हाँ, बड़ी संख्या में भक्तों ने भाग लेकर टीम इंडिया के लिए जीत की कामना की।