Vande Bharat: क्या आदिवासी, हिंदू नहीं है? उमंग का बयान, ‘पहचान’ पर सियासी घमासान! देखें वीडियो

MP News: क्या आदिवासी, हिंदू नहीं है? उमंग का बयान, 'पहचान' पर सियासी घमासान! देखें वीडियो

Vande Bharat: क्या आदिवासी, हिंदू नहीं है? उमंग का बयान, ‘पहचान’ पर सियासी घमासान! देखें वीडियो

MP News | Photo Credit: IBC24

Modified Date: September 4, 2025 / 11:50 pm IST
Published Date: September 4, 2025 11:50 pm IST
HIGHLIGHTS
  • नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा – “हम आदिवासी हैं, हिंदू नहीं
  • बयान के बाद एमपी की सियासत में मचा जबरदस्त बवा
  • आदिवासी वोटबैंक साधने की कोशिश या कांग्रेस की नई मुश्किल

भोपाल: MP News क्या आदिवासी हिंदू नहीं है? ये सवाल इसलिए क्य़ोंकि नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने नारा दिया कि हम आदिवासी हैं,हिंदू नहीं। इसके बाद मध्यप्रदेश की सियासत में मानो तूफान आ गया। क्या नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने आदिवासियों को हिंदू समाज से अलग बताकर आदिवासी वर्ग में अपनी पैठ बढ़ाई है या बीजेपी की किसी मुहिम को फेल करने रणनीति बनाई है।

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MP News बीजेपी नेता जिस पर हमलों की बौछार कर रहे हैं। वो कोई और नहीं बल्कि एमपी के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार हैं। अब सवाल है कि आखिर उमंग सिंघार ने ऐसा क्या कह दिया। जिसके चलते बीजेपी नेता जुबानी तीर चला रहे हैं।

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तो सुना आपने उमंग सिंघार के मुताबिक आदिवासी और हिंदू अलग-अलग होते हैं। उमंग सिंघार ने आदिवासियों को ना केवल हिंदू समाज से अलग बताने की कोशिश की बल्कि अलग पहचान बनाने के लिए भी उकसाया। छिंदवाडा़ में आदिवासी विकास परिषद के कार्यक्रम के मंच से उनका बयान जैसे ही वायरल हुआ। सूबे में सियासी घमासान छिड़ गया। हिंदू समाज की एकता की दुहाई देने वाली बीजेपी ने सीधे-सीधे उमंग पर हमला बोल दिया।

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बीजेपी यहीं नहीं रुकी। उसने आरोप लगाया कि हाथ से सत्ता खिसकने से बौखलाई कांग्रेस अब आदिवासियों के बीच भ्रम पैदा कर रही है। इधर कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी आदिवासियों के नाम पर तुष्टिकरण की राजनीति कर रही।

अब बड़ा सवाल ये कि आखिरी उमंग सिंघार को आदिवासियों को हिंदू समाज से अलग बताने की जरुरत क्यों पड़ी?

दरअसल इसकी बड़ी वजह है आदिवासी वोट बैक। देश की सबसे ज्यादा आदिवासी आबादी मध्यप्रदेश में रहती है। प्रदेश की कुल आबादी में आदिवासी 21 फीसदी है। विधानसभा की 230 में से 47 सीटें आदिवासी समुदाय के लिए आरक्षित है। 2023 के विधानसभा चुनाव में 47 में से 24 सीटे बीजेपी और 22 कांग्रेस ने जीती थी। जबकि एक निर्दलीय के खाते में गई थी। इससे पहले 2018 के विधानसभा चुनाव में कांगेस को 30 सीटे मिली थी।

साफ है कि कांग्रेस की आदिवासी सीटें 2018 की तुलना में 2023 के चुनाव में घटी है। जबकि मध्यप्रदेश में आदिवासियों को ही सत्ता की चाबी माना जाता है। ऐसे में जब कांग्रेस मिशन 28 की तैयारी में जुट गई है तब उमंग सिंघार का आदिवासी बनाम हिंदू वाला राग कांग्रेस का वनवास खत्म करेगा या उसकी मुश्किलें और बढ़ाएगा। ये बड़ा सवाल है।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

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