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भोपाल। दिग्विजय सिंह के गढ़ राघौगढ़ में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के दौरे को लेकर क्षेत्रीय वर्चस्व की सिसायत शुरू हो गई है। राघौगढ़ दौरे के पहले सिंधिया ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि मैं अपने क्षेत्र में पहली बार नहीं जा रहा हूं। इससे पहले भी मैं कई बार राघौगढ़ के दौरे पर जा चुका हूं। सिंधिया ने इशारे-इशारे में दिग्विजय सिंह के गृह क्षेत्र को अपना बताया।
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दरअसल सियासी गलियारों में दिग्विजय सिंह और सिंधिया परिवार के राजनेताओं के बीच क्षेत्रीय वर्चस्व के कई किस्से रहे हैं। गुना जिले के राघौगढ़ विधानसभा क्षेत्र कभी सिंधिया स्टेट में आती थीं। तो राघौगढ़ में दिग्विजय सिंह के पुरखे राजा हुआ करते थे। दूसरी वजह राजा और महाराजा उपाधी के फैक्टर के कारण भी रही।
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सिंधिया जब कांग्रेस से सांसद हुआ करते थे। तब भी गुना के दौरे पर होने के बावजूद दिग्विजय सिंग के गढ़ राघौगढ़ और आरोन क्षेत्र से दूर ही रहे। बीजेपी में शामिल होने के बाद राघौगढ़ में पहली बार सिंधिया दिग्गी के गढ़ में आमद देने जा रहे हैं। लिहाजा इस बार दौरे को लेकर क्षेत्रीय वर्चस्व की राजनीति शुरू होती दिखाई दे रही है। बता दें कि राघौगढ़ में केंद्रीय मंत्री आदिवासी समुदाय को 5 हजार पीएम आवास का वितरण कार्यक्रम में शामिल होने पहुंच रहे हैं।
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8 hours ago