Uddhav Thackeray government in crisis!
Uddhav Thackeray government in crisis!: मुंबई। महाराष्ट्र में उद्धव सरकार की कुर्सी खतरे में पड़ती दिखाई दे रही है, क्या फिर से महाराष्ट्र में सियासी समीकरण बदलेंगे? आज सुबह से विधान परिषद चुनाव के नतीजों में भाजपा के पांचवीं सीट जीतने की वजह ढूंढी जा रही थी कि अचानक कई सवाल उभर आए हैं। शिवसेना के कुछ विधायकों के सूरत जान की खबर आई है।
इससे पहले कहा गया था कि शिवसेना के कुछ विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है और इससे नाराज उद्धव ठाकरे ने आपात बैठक बुलाई है। इधर, विधायकों ने पार्टी हाईकमान के लिए आपात स्थिति ही खड़ी कर दी। राज्यसभा चुनाव के बाद विधान परिषद चुनाव में ऐसा ‘खेला’ हुआ कि महाराष्ट्र की सियासत में खलबली मच गई है। सोमवार रात आए विधान परिषद की 10 सीटों के चुनाव नतीजों में भाजपा को 5, एनसीपी और शिवसेना को 2-2 सीटों पर जीत मिली। एक सीट कांग्रेस के पास गई। देवेंद्र फडणवीस के बयानों से साफ संकेत मिला कि भाजपा को शिवसेना या गठबंधन के विधायकों की क्रॉस वोटिंग का फायदा मिला है।
read more:आज गायब हो जाएगी आपकी परछाई, इतने बजे दिखेगी ये दुर्लभ खगोलीय घटना
Uddhav Thackeray government in crisis!: महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव के नतीजों ने साफ कर दिया कि MVA यानी महाविकास अघाड़ी की सरकार में असंतोष पैदा हो गया है। अगर ऐसा न होता तो 4 सीटें जीत सकने वाली भाजपा को पांचवीं सीट नहीं मिलती। क्रॉस वोटिंग और निर्दलीयों का भाजपा को सपोर्ट मिला है। समझा जा रहा है कि क्रॉस वोटिंग करने वाले शिवसेना विधायकों को इस बात का अंदेशा रहा होगा कि सुबह उद्धव के सामने उनकी पेशी हो सकती है। उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी हो सकती थी। ऐसे में, शायद बीजेपी की रणनीति के तहत पहले से ही उद्धव सरकार के खिलाफ चक्रव्यूह तैयार कर लिया गया था। अब शिवसेना नेता और सरकार के वरिष्ठ मंत्री एकनाथ शिंदे कुछ विधायकों के साथ सूरत पहुंच गए हैं। वह अगले कुछ घंटों में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी बात रखने वाले हैं।
read more: International Yoga Day : छत्तीसगढ़ प्रभारी, वशिष्ठ योग गिरीश आहूजा से जानिए योग से कैसे रहें निरोग?
हालाकि अभी यह कहना जल्दबाजी होगी लेकिन नंबरगेम के हिसाब से अनुमान जरूर लगाया जा सकता है। दरअसल, ऐसा दावा किया जा रहा है कि एकनाथ शिंदे के सपोर्ट में 20 विधायक है। ये पश्चिमी महाराष्ट्र, विदर्भ, मराठवाड़ा के हैं। शिंदे ने ऐसा क्यों किया? इसकी वजह में पता चल रहा है कि वह ठाकरे परिवार से नाराज चल रहे हैं। इस समय वह नेटवर्क क्षेत्र से बाहर हैं। कोई भी उनसे संपर्क नहीं कर पा रहा है।
सरकार का गणित समझें तो बीजेपी के पास सबसे ज्यादा 106 विधायक हैं। लेकिन शिवसेना (55) ने एनसीपी (52) और कांग्रेस (44) के समर्थन से सरकार बनाई। राज्य की विधानसभा में 288 सीटें हैं। शिवसेना के एक विधायक का निधन हो चुका है। सरकार बनाने के लिए जादुई नंबर 145 का है। अगर 20 विधायक शिवसेना से टूटकर भाजपा को सपोर्ट करते हैं और कुछ निर्दलीय साथ खड़े होते हैं तो महाराष्ट्र में बाजी पलट सकती है।
read more: पाकिस्तान को कश्मीर सौंप देने से बचेंगे भारत के पैसे? MPPSC के सवाल पर बवाल
सूरत आए महाराष्ट्र के विधायकों की बात करें तो कुल 17 विधायकों के नाम सामने आने लगे हैं। इनमें से कुछ हैं:
1- भारत बोघवले
2- प्रताप सरनाकी
3- बालाजी किनिकर
4- भारत गोगावले (महाड)
5- प्रताप सरनाइक (ओवला-माजीवाड़ा)
6- बालाजी किनिकर (अंबरनाथ)
7- संजय गायकवाड़ (बुलढाणा)
8- ज्ञानराज चौगुले (उमरगा)
9 – संजय शिरसाट (औरंगाबाद पश्चिम)