पुणे, 10 अक्टूबर (भाषा) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने पुणे पुलिस को भगोड़े गैंगस्टर नीलेश घायवाल द्वारा अवैध रूप से पासपोर्ट हासिल करने के मामले में कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
हत्या और वसूली समेत कई मामलों में वांछित घायवाल के विदेश भाग जाने का संदेह है, जिसके कारण विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है। पुलिस का दावा है कि उसने फर्जी तरीके से पासपोर्ट हासिल किया है।
पवार ने भगोड़े गैंगस्टर को लेकर पैदा विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘‘मैंने पुणे पुलिस आयुक्त को स्पष्ट निर्देश दिया है कि नियमों का उल्लंघन करने और कानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।’’
घायवाल के खिलाफ हाल में एक मामला दर्ज किया गया था, जब उसके साथियों ने पुणे शहर में रोडरेज के एक मामले में एक व्यक्ति को कथित तौर पर गोली मार दी, जिससे वह घायल हो गया।
उसका भाई सचिन हाल ही में बंदूक लाइसेंस विवाद को लेकर सुर्खियों में आया था। महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम की भूमिका तब जांच के घेरे में आ गई जब उन्होंने पुणे पुलिस की प्रतिकूल टिप्पणियों के बावजूद सचिन को हथियार लाइसेंस जारी करने की कथित तौर पर मंजूरी दे दी।
सचिन घायवाल को जारी किए गए शस्त्र लाइसेंस पर विवाद का उल्लेख करते हुए पवार ने कहा कि पुणे पुलिस प्रमुख ने उन्हें बताया था कि यद्यपि गृह विभाग ने शस्त्र लाइसेंस जारी करने को मंजूरी दे दी थी, लेकिन पुणे पुलिस प्रमुख ने इसे मंजूरी नहीं दी थी।
पवार ने कहा कि वह यह सुनिश्चित करेंगे कि मामले में कोई राजनीतिक हस्तक्षेप न हो।
पवार ने कहा, ‘‘मैं कल मुख्यमंत्री (देवेंद्र फडणवीस) के साथ था और उन्होंने भी कहा कि मामले में दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।’’
पवार पुणे के संरक्षण मंत्री भी हैं। उन्होंने कहा कि घायवाल के पासपोर्ट के संबंध में जांच की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘यह जांच की जा रही है कि उसे पासपोर्ट कैसे मिला और क्या किसी ने कोई सिफारिश की थी।’’
भाषा
गोला सिम्मी
सिम्मी