महाराष्ट्र: आंबेडकर की तस्वीर वाले पोस्टर फाड़ने पर राकांपा (शरद गुट) विधायक के खिलाफ भाजपा का प्रदर्शन

महाराष्ट्र: आंबेडकर की तस्वीर वाले पोस्टर फाड़ने पर राकांपा (शरद गुट) विधायक के खिलाफ भाजपा का प्रदर्शन

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  • Publish Date - May 30, 2024 / 02:48 PM IST,
    Updated On - May 30, 2024 / 02:48 PM IST

मुंबई, 30 मई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं ने बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र के कई हिस्सों में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार के विधायक जितेंद्र आव्हाड के खिलाफ प्रदर्शन किया और उन पर डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाया।

पूर्व राज्य मंत्री आव्हाड ने बुधवार को मनुस्मृति की निंदा करने वाले पोस्टर फाड़ने के लिए माफी मांगी, जिन पर आंबेडकर की तस्वीर भी थी।

आव्हाड ने राज्य सरकार की मनुस्मृति के कुछ श्लोकों को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने की कथित योजना के खिलाफ रायगढ़ जिले के महाड में एक विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया था।

उन्होंने पहले कहा था कि प्राचीन ग्रंथ जाति व्यवस्था का समर्थन करता है और महिलाओं का अपमान करता है। उन्होंने लोगों से इस फैसले का विरोध करने को कहा था। उस विरोध प्रदर्शन का वीडियो सोशल मीडिया मंचों पर प्रसारित होने के बाद विवाद खड़ा हो गया था जिसमें आव्हाड पोस्टरों को फाड़ते हुए दिखाई दे रहे थे जिन पर आंबेडकर की तस्वीर भी थी।

भाजपा कार्यकर्ताओं ने बृहस्पतिवार को मुंबई, नागपुर और ठाणे सहित राज्य के विभिन्न शहरों में प्रमुख स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किया और आव्हाड के कृत्य की निंदा की।

भाजपा के एक पदाधिकारी की शिकायत पर पुणे के बंडगार्डन पुलिस थाने में आव्हाड के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

राकांपा-एसपी की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख जयंत पाटिल ने बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘जितेंद्र आव्हाड डॉ. आंबेडकर की शिक्षाओं की रक्षा के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। कोई भी डॉ. आंबेडकर के प्रति उनकी ईमानदारी और समर्पण पर संदेह नहीं कर सकता। विरोध के दौरान अनजाने में जो कुछ हुआ उसके लिए उन्होंने पहले ही माफी मांग ली है। मुझे विश्वास है कि आंबेडकर के अनुयायी विपक्ष के झूठे अभियान का शिकार नहीं होंगे।’

जयंत पाटिल की पोस्ट को अपने ‘एक्स’ खाते से पुन: साझा करते हुए आव्हाड ने कहा कि वह अब अकेला महसूस नहीं कर रहे हैं।

भाषा

योगेश प्रशांत

प्रशांत