राकांपा (शरद चंद्र पवार) ने शेयर बाजार ‘घोटाले’ की जेपीसी जांच की मांग की

राकांपा (शरद चंद्र पवार) ने शेयर बाजार ‘घोटाले’ की जेपीसी जांच की मांग की

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  • Publish Date - June 9, 2024 / 08:56 PM IST,
    Updated On - June 9, 2024 / 08:56 PM IST

मुंबई, नौ जून (भाषा) शरद पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने एक्जिट पोल और चुनावी बांड के जरिए शेयर बाजारों में हेराफेरी जैसे कथित ‘संस्थागत भ्रष्टाचार’ की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने की रविवार को मांग की।

राकांपा (शरदचंद्र पवार) के कार्यकारी अध्यक्ष पी सी चाको ने यह भी दावा किया कि महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के नतीजों ने इसे असली राकांपा के रूप में स्थापित कर दिया है। राकांपा (एसपी) की विस्तारित कार्यसमिति की बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए चाको ने कहा कि पार्टी ‘एग्जिट पोल और चुनावी बॉन्ड के जरिए शेयर बाजार में हेराफेरी जैसे संस्थागत भ्रष्टाचार’ की जांच के लिए जेपीसी की मांग करती है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी बृहस्पतिवार को आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह द्वारा दी गई शेयर खरीदने की सलाह और फिर चुनाव के बाद आए ‘झूठे एग्जिट पोल’ के कारण शेयर बाजार में सबसे बड़ा घोटाला हुआ है, जिसमें निवेशकों के 30 लाख करोड़ रुपये डूब गए।

उन्होंने कहा था कि इस ‘आपराधिक कृत्य’ में प्रधानमंत्री और गृह मंत्री और ‘एग्जिट पोल’ करने वालों की भूमिका की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन किया जाए।

चाको ने यह भी कहा कि पार्टी ने राष्ट्रीय स्तर पर पुनर्गठन का फैसला किया है।

उन्होंने महायुति सरकार में शामिल अजित पवार की अगुवाई वाली राकांपा पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘हम उन लोगों के साथ सहानुभूति रखते हैं, जिन्होंने सत्ता के लिए हमें छोड़ दिया।’

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और दो अन्य राज्यों में आने वाले महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और इस बात पर जोर दिया कि उनकी पार्टी इन चुनावों में निर्णायक वोट हासिल करने के लिए काम करेगी।

संवाददाता सम्मेलन में मौजूद राकांपा (शरद चंद्र पवार) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कहा कि पार्टी ने मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने कहा, ‘हम पूरे देश में अपने संगठन को मजबूत करेंगे।’

सुले ने बताया कि उन्हें और उनके पिता शरद पवार को दिल्ली में नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया गया था, लेकिन उनकी पहले से ही प्रतिबद्धताएं थीं। उन्होंने कहा, ‘हमने अपनी शुभकामनाएं दी हैं।’

अजित पवार की अगुवाई वाली राकांपा को मंत्री पद नहीं मिलने के बारे में पूछे जाने पर सुले ने कहा, ‘मैं दूसरों के घरों में नहीं झांकती।’

इस बीच, चाको ने अजित पवार खेमे के सदस्यों के मूल खेमे में लौटने की अटकलों के जवाब में कहा, ‘कई लोग कतार में हैं। बोलने का समय अभी नहीं है।’

सुले ने कहा कि यदि कोई पार्टी में लौटना चाहता है तो उस बारे में शरद पवार और कार्यसमिति तय करेगी। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि बेरोजगारी, मुद्रास्फीति, सूखा और भ्रष्टाचार महाराष्ट्र के सामने मुख्य मुद्दे हैं।

लोकसभा में विपक्ष के नेता के मुद्दे पर सुले ने कहा, ‘कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है। जो भी विपक्ष का नेता बनता है, वह हमारे लिए अच्छा है।’

उन्होंने कहा, ‘गठबंधन में कांग्रेस के साथ हमारा रिश्ता प्यार और सम्मान का है। जब उद्धव ठाकरे हमारे साथ आए थे, तब भी यही स्थिति थी। मैंने देखा है कि भाजपा अपने सहयोगियों के साथ कैसा व्यवहार करती है।’

सुले ने इस बात पर प्रसन्नता जतायी कि पुणे को भाजपा के नवनिर्वाचित सांसद मुरलीधर मोहोल के रूप में मंत्री पद मिल रहा है, लेकिन उन्होंने शहर में कथित तौर पर बढ़ते अपराध और नगर निकाय के कुप्रबंधन की आलोचना की, खासकर बारिश के कारण हुई तबाही से।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘भाजपा केवल परिवारों और राजनीतिक दलों को तोड़ना जानती है और प्रशासन पर कोई ध्यान नहीं देती है।’

उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी विद्रोही समूह को पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न आवंटित किये जाने के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में न्याय के लिए लड़ रही है तथा उन्होंने इस मामले में जीत हासिल करने का विश्वास व्यक्त जताया।

भाषा

अमित नरेश

नरेश