राहुल गांधी से सावरकर के बारे में बयान देते समय उल्लेखित किताब के बारे में जानकारी मांगी गई |

राहुल गांधी से सावरकर के बारे में बयान देते समय उल्लेखित किताब के बारे में जानकारी मांगी गई

राहुल गांधी से सावरकर के बारे में बयान देते समय उल्लेखित किताब के बारे में जानकारी मांगी गई

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Modified Date: May 29, 2025 / 11:08 AM IST
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Published Date: May 29, 2025 11:08 am IST

पुणे, 29 मई (भाषा) विनायक दामोदर सावरकर के एक रिश्तेदार ने बुधवार को पुणे की एक अदालत में एक आवेदन दायर करके उस ‘पुस्तक’ के बारे में जानकारी मांगी है, जिसका जिक्र कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लंदन में एक भाषण के दौरान हिंदुत्व विचारक के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी करते हुए किया था।

सावरकर के भतीजे अशोक सावरकर के बेटे व आवेदक सात्यकी सावरकर ने कहा कि राहुल गांधी की टिप्पणी काल्पनिक थी और स्वतंत्रता सेनानी की लिखी किसी पुस्तक पर आधारित नहीं थी।

दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस सांसद गांधी का प्रतिनिधित्व कर रहे बचाव पक्ष के वकील मिलिंद पवार ने एक अलग आवेदन दायर करके सात्यकी सावरकर की मां के वंश से जुड़ी जानकारी मांगी है।

बचाव पक्ष के वकील की याचिका में कहा गया है कि सात्यकी की मां दिवंगत हिमानी अशोक सावरकर महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के परिवार से थीं क्योंकि उनके (हिमानी) पिता गोपाल गोडसे नाथूराम गोडसे के भाई थे।

सात्यकी सावरकर ने मार्च 2023 में लंदन में दिए गए राहुल गांधी के भाषण का हवाला देते हुए पुणे की एक अदालत में उनके खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कराया था।

शिकायत के अनुसार, कांग्रेस सांसद ने अपने भाषण में दावा किया था कि विनायम दामोदर सावरकर ने एक ‘पुस्तक’ में लिखा था कि “ उन्होंने (सावरकर) और उनके पांच-छह दोस्तों ने एक बार एक मुस्लिम व्यक्ति की पिटाई की थी और उन्हें (सावरकर को) खुशी हुई थी।”

शिकायत में कहा गया है कि वी डी सावरकर ने कहीं भी ऐसी कोई बात नहीं लिखी और गांधी की टिप्पणी ‘काल्पनिक, झूठी और दुर्भावनापूर्ण’ है।

सात्यकी सावरकर की याचिका में कहा गया है, “आरोपी (गांधी) ने सावरकर की लिखी ‘हिंदुत्व’ नामक पुस्तक मांगी थी। हमने पहले ही विरोध स्वरूप उक्त पुस्तक प्रस्तुत कर दी थी।”

उन्होंने कहा कि मामले में आरोपी द्वारा बयान दर्ज कराने के लिए 10 जनवरी, 2025 की तारीख तय की गई थी। हालांकि, आरोपी किसी न किसी बहाने से अपना बयान दर्ज नहीं करा रहा है और रणनीति के तहत देरी कर रहा है।

सात्यकी सावरकर का प्रतिनिधित्व करने वाले अधिवक्ता संग्राम कोल्हटकर ने कहा, ‘हमने अब अदालत से आरोपी (राहुल गांधी) को वी डी सावरकर द्वारा कथित रूप से लिखी गई पुस्तक पेश करने का निर्देश देने की मांग की है, जिसका हवाला आरोपी ने लंदन में अपमानजनक टिप्पणी करते समय दिया था।”

कोल्हटकर ने कहा कि मामले की निष्पक्ष सुनवाई के लिए संबंधित पुस्तक आवश्यक है।

इस बीच, राहुल गांधी के वकील पवार ने अदालत के समक्ष एक आवेदन दायर कर सात्यकी सावरकर की ‘मातृ वंशावली’ के बारे में जानकारी देने की मांग की है।

पवार ने कहा, “मामला दायर करते समय, शिकायतकर्ता सात्यकी सावरकर ने अदालत में अपने पैतृक वंश का विवरण प्रस्तुत करके सावरकर से अपने संबंधों के बारे में बताया तथा स्वतंत्रता संग्राम में सावरकर के योगदान पर प्रकाश डाला।”

उन्होंने कहा, “सत्यकी सावरकर दिवंगत अशोक नारायणराव सावरकर और दिवंगत हिमानी अशोक सावरकर के पुत्र हैं। उनकी पैतृक वंशावली के बारे में अदालत को जानकारी दी गई है लेकिन मातृ वंशावली का उल्लेख नहीं किया गया है। हालांकि इसे सुनवाई के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इसलिए, हमने मांग की है कि सात्यकी सावरकर की मातृ वंशावली अदालत में पेश की जाए।”

उन्होंने कहा कि यदि सात्यकी सावरकर गोडसे परिवार से जुड़ी अपनी मातृ वंशावली के बारे में जानकारी प्रस्तुत करने में विफल रहते हैं, तो यह अनुरोध किया गया है कि पुणे के विश्रामबाग थाने को दिवंगत हिमानी अशोक सावरकर की विस्तृत वंशावली की जांच करने और अदालत को एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया जाए।

भाषा जोहेब मनीषा

मनीषा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)