मुंबई, 28 नवंबर (भाषा) मुंबई के चांदिवली उपनगर में एक निजी भूखंड पर शुरू हुए वृक्षों की कटाई के खिलाफ स्थानीय निवासियों ने विरोध जताया है। एक पर्यावरण समूह ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर महानगर की वृक्ष नीति में पूरी तरह बदलाव की मांग की है।
चांदिवली के एल वार्ड में स्थित निजी भूखंड पर 45 वृक्षों की कटाई और 70 अन्य को दूसरी जगह प्रतिरोपित करने की अनुमति दी गई है। पर्यावरण समूह नेटकनेक्ट फाउंडेशन ने बताया कि पेड़ों को काटने और उन्हें लगाने की अनुमति फरवरी 2024 में दी गई थी, लेकिन वृक्ष काटने वाली टीम बृहस्पतिवार को पहुंचीं, जिससे निवासी स्तब्ध रह गए।
संगठन के निदेशक बी एन कुमार ने तुरंत नगर आयुक्त भूषण गगरानी को इसकी सूचना दी, जिन्होंने अधिकारियों को स्थिति की जांच करने का निर्देश दिया।
शुक्रवार सुबह वृक्षों की कटाई फिर से शुरू हो गई और निवासी यह देखकर दंग रह गए कि बिना किसी नयी सार्वजनिक सूचना के 20 साल पुराने विशालकाय पेड़ों को काट दिया गया।
संगठन ने मुख्यमंत्री और बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) आयुक्त को पत्र लिखकर वृक्षों की कटाई पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है।
स्थानीय नेताओं ने भी इस चिंता को दोहराया।
स्थानीय निवासी प्रवीण कुमार यादव ने कहा, ‘कागजों पर तो क्षतिपूर्ति वृक्षारोपण अच्छा लग सकता है, लेकिन इससे पारिस्थितिकीय क्षति की भरपाई नहीं होती।’
बीएमसी द्वारा नियुक्त उन्नत स्थानीयता प्रबंधन समिति की अध्यक्ष पामेला चीमा ने कहा कि उन्हें गहरा सदमा लगा है कि एक और हरित क्षेत्र का सफाया हो रहा है।
उन्होंने पूछा, ‘योजनाकारों को कब एहसास होगा कि मुंबई में पेड़ जीवन रक्षक प्रणालियां हैं, भूदृश्य नहीं?’
भाषा तान्या माधव
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