मुंबई, नौ दिसंबर (भाषा) शिवसेना (उबाठा) के नेता अंबादास दानवे ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो पोस्ट किए, जिनमें कथित तौर पर प्रतिद्वंद्वी शिवसेना के एक विधायक नकदी के बंडलों के बीच बैठे एक अन्य व्यक्ति के साथ वीडियो कॉल पर बात करते दिखते हैं।
महाराष्ट्र विधान परिषद में पूर्व नेता प्रतिपक्ष दानवे ने दावा किया कि नोटों के ये बंडल सत्तारूढ़ दलों के विधायकों के हैं जबकि शिवसेना मंत्री संजय शिरसाट ने कहा कि ये कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) की मदद से बनाए गए वीडियो हैं।
दानवे ने यह आरोप राज्य विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दौरान और स्थानीय निकाय चुनाव के पहले चरण के समाप्त होने के कुछ दिन बाद लगाया।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के विधायक शशिकांत शिंदे ने विधान परिषद में यह मुद्दा उठाया और जांच की मांग की।
इनमें से चार सेकंड के एक बिना आवाज वाले वीडियो में शिवसेना विधायक महेंद्र दलवी को वीडियो कॉल पर कथित रूप से बात करते हुए देखा जा सकता है। दूसरी तरफ, मौजूद व्यक्ति का चेहरा दिखाई नहीं देता और उसके पास नोटों के बंडल मौजूद हैं।
नौ और 13 सेकंड के दो अन्य वीडियो में लाल टी-शर्ट और जींस पहने एक व्यक्ति को नोटों के बंडलों को साथ देखा जा सकता है लेकिन उसका चेहरा दिखाई नहीं देता।
महेंद्र दलवी ने पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि उनका इन वीडियो से कोई लेना-देना नहीं है।
दानवे ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “इस सरकार के पास किसानों का कर्ज माफ करने के लिए पैसे नहीं हैं। मुख्यमंत्री (देवेंद्र) फडणवीस, (उपमुख्यमंत्री एकनाथ) शिंदे, कृपया लोगों को बताएं कि यह विधायक कौन है और नोटों के बंडलों के साथ क्या कर रहा है।”
शिवसेना (उबाठा) नेता ने किसी का नाम लिए बिना कहा, “वीडियो में सत्तारूढ़ दलों के कुछ विधायक पैसों के बंडलों के साथ दिखाई दे रहे हैं।”
वहीं, शिवसेना विधायक महेंद्र थोरवे ने कहा कि महेंद्र दलवी ऐसे मामलों में शामिल नहीं हो सकते और दानवे ने जानबूझकर विधानसभा सत्र के दौरान वीडियो वायरल करने की कोशिश की है।
शिवसेना नेता एवं मंत्री शंभूराज देसाई ने भी दानवे पर सनसनी फैलाने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
थोरवे ने सत्तारूढ़ गठबंधन सहयोगी राकांपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सुनील तटकरे को भी इस मामले से जोड़ने की कोशिश की और कहा कि (महायुति) गठबंधन ने अपने ही घर में दुश्मन पाल रखे हैं।
तटकरे व शिवसेना विधायक थोरवे, दलवी और मंत्री भरत गोगावाले के बीच प्रतिद्वंद्विता जगजाहिर है। चारों रायगड जिले से ताल्लुक रखते हैं।
भाषा जितेंद्र नेत्रपाल
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