पालघर, 23 दिसंबर (भाषा) महाराष्ट्र के पालघर जिले में प्रस्तावित वधावन बंदरगाह क्षेत्र में मछुआरों का समग्र सर्वेक्षण सामाजिक, आर्थिक और आजीविका के लिहाज से आवश्यक है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह बात कही।
एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि जिला कलेक्टर इंदु रानी जाखड़ की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें उन मछुआरों के वैज्ञानिक सर्वेक्षण की आवश्यकता पर चर्चा की गई, जिनके परियोजना से प्रभावित होने की आशंका है।
जाखड़ ने कहा, “यह सर्वेक्षण मछुआरों की वास्तविक स्थिति, उनके पारंपरिक अधिकारों, उनकी आजीविका पर पड़ने वाले प्रभाव को सही तरीके से दर्ज करने और भविष्य में नीतिगत निर्णयों में मार्गदर्शन करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।”
जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह प्राधिकरण के अधिकारियों ने पहले किए गए प्रारंभिक सर्वेक्षण की जानकारी दी और प्रस्तावित सर्वेक्षण प्रक्रिया की रूपरेखा प्रस्तुत की। विज्ञप्ति में कहा गया कि मछुआरों के प्रतिनिधियों ने इस प्रक्रिया में पारदर्शिता और समावेशिता की आवश्यकता पर जोर दिया।
ग्रीनफील्ड परियोजना वधावन पोर्ट प्रोजेक्ट लिमिटेड (वीपीपीएल) दो चरण में 76,200 करोड़ रुपये की इस परियोजना पर काम कर रहा है। इस बंदरगाह में नौ कंटेनर टर्मिनल होंगे, जिनमें से प्रत्येक की लंबाई 1,000 मीटर होगी।
भाषा जोहेब पवनेश
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