पुणे, 23 दिसंबर (भाषा) कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के वरिष्ठ नेता सतेज पाटिल ने मंगलवार को दावा किया कि उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पुणे नगर निगम चुनाव के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के साथ गठबंधन की पेशकश को लेकर उनसे संपर्क किया है।
कोल्हापुर में संवाददाताओं से मुखातिब पाटिल ने कहा कि कांग्रेस पुणे में महा विकास आघाडी (एमवीए) के हिस्से के रूप में चुनाव लड़ने के लिए उत्सुक है और संभावित गठबंधन को लेकर सहयोगी दलों-शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के साथ तीन बैठकें कर चुकी है।
पाटिल ने कहा, ‘‘मेरे पास अजित दादा का फोन आया था। पुणे (नगर निगम चुनाव) के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन की पेशकश मिली थी। हम इस पर विचार कर रहे हैं और कांग्रेस के स्थानीय नेतृत्व व पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल के साथ चर्चा कर रहे हैं।’’
पुणे नगर निगर चुनाव के लिए मतदान 15 जनवरी को होना है, जबकि वोटों की गिनती 16 जनवरी को की जाएगी।
इस बीच, राकांपा की पुणे शहर इकाई के अध्यक्ष सुभाष जगताप ने कहा कि पार्टी के प्रतिद्वंद्वी गुटों ने पुणे में आगामी नगर निगम चुनावों के लिए गठबंधन की संभावनाओं पर चर्चा की है।
उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक सीट बंटवारे की बात है, तो दोनों गुट आम सहमति पर पहुंचने को तैयार हैं। आधिकारिक घोषणा 25 दिसंबर के आसपास की जाएगी।’’
हालांकि, राकांपा (एसपी) की शहर इकाई के अध्यक्ष प्रशांत जगताप दोनों गुटों के बीच गठबंधन की संभावना से नाखुश हैं और अपने इस्तीफे की खबरों के बीच पार्टी नेता सुप्रिया सुले से मिलने मुंबई जा रहे हैं।
जगताप ने कहा, ‘‘मैं इस्तीफे के मुद्दे पर कुछ नहीं कहूंगा। मैं मुंबई में सुप्रिया सुले से मिलने जा रहा हूं और मुलाकात के बाद इस पर टिप्पणी करूंगा।’’
राकांपा (एसपी) की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष शशिकांत शिंदे ने कहा कि उन्हें प्रशांत जगताप का इस्तीफा अभी तक नहीं मिला है।
उन्होंने बताया कि पार्टी ने दो दिन पहले बैठक की थी, जिसमें नेताओं ने यह राय जाहिर की थी कि पुणे में एमवीए के सभी सहयोगियों को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ एकजुट होना चाहिए।
शिंदे ने कहा, ‘‘पार्टी में आम राय यही है कि भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए कांग्रेस, शिवसेना (उबाठा) और अजित पवार नीत राकांपा समेत सभी दलों को एकजुट होना चाहिए। मैंने प्रशांत जगताप से इस पर विचार करने के लिए कहा है। मुझे अभी तक उनके इस्तीफे के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है।’’
भाषा पारुल शोभना
शोभना