संरक्षण प्रयासों के तहत ताडोबा से बाघिन को सह्याद्री अभयारण्य में स्थानांतरित किया गया

संरक्षण प्रयासों के तहत ताडोबा से बाघिन को सह्याद्री अभयारण्य में स्थानांतरित किया गया

संरक्षण प्रयासों के तहत ताडोबा से बाघिन को सह्याद्री अभयारण्य में स्थानांतरित किया गया
Modified Date: December 10, 2025 / 10:35 am IST
Published Date: December 10, 2025 10:35 am IST

नागपुर, 10 दिसंबर (भाषा) प्रजनन और संरक्षण प्रयासों के तहत एक बाघिन को ताडोबा-अंधारी बाघ अभयारण्य से महाराष्ट्र के सह्याद्री बाघ अभयारण्य में स्थित चंदोली राष्ट्रीय उद्यान के सोनार्ली बाड़े में स्थानांतरित किया गया है। वन अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

मंगलवार को वन विभाग की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि दो साल की बाघिन ‘टी7-एस2’ को सोमवार शाम ताडोबा के कोलारा कोर रेंज में पकड़कर उसकी स्वास्थ्य स्थिति की जांच की गई और जांच में पुष्टि हुई है कि वह स्थानांतरण के लिए पूरी तरह स्वस्थ है।

ताडोबा-अंधारी बाघ अभयारण्य के क्षेत्र निदेशक डॉ. प्रभुनाथ शुक्ला ने बताया, “टी7-एस2 बाघिन कोलारा कोर रेंज से आई एक युवा मादा बाघिन है। वह स्वस्थ, शारीरिक रूप से मजबूत और स्थानांतरण के लिए व्यवहारिक रूप से उपयुक्त है।”

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बयान में कहा गया है कि बाघिन को खुले जंगल में छोड़े जाने से पहले एक सुरक्षित बाड़े के अंदर इलाके, शिकार और पर्यावरणीय परिस्थितियों के अनुकूल होने का मौका मिलेगा।

बयान में कहा गया है कि यह प्रक्रिया भारतीय वन्यजीव संस्थान के वैज्ञानिक मार्गदर्शन में पूरी की गई, जिसमें एक वैज्ञानिक और एक ‘फील्ड बायोलॉजिस्ट’ ने बाघिन के अनुकूलन और व्यवहार की निगरानी की।

अधिकारियों ने कहा कि यह अभियान सह्याद्री बाघ अभ्यारण्य (एसटीआर) में एक सक्षम प्रजनन आबादी को फिर से स्थापित करने की व्यापक परियोजना का हिस्सा है।

भाषा

जोहेब गोला

गोला


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