Ram Mandir: 77 साल पहले 22 जनवरी 1947 को ये प्रस्ताव हुआ था पास, धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर कही गई थी ये बात, जानें पूरी खबर
CS Rangarajan On Ram Mandir अयोध्या में राम मंदिर के प्राणप्रतिष्ठा समारोह पर चिलकुर बालाजी मंदिर के मुख्य पुजारी सीएस रंगराजन
CS Rangarajan On Ram Mandir
CS Rangarajan On Ram Mandir: रंगारेड्डी। 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। इसे लेकर पूरे देशभर में उत्सव का माहौल है। जहां एक तरफ पीएम 11 दिन का विशेष अनुष्ठान कर रहे है तो दूसरी ओर देश के शंकराचार्यों ने इस कार्यक्रम से दूरी बना ली है। लेकिन कई स्वामी कार्यक्रम को लेकर काफी उत्सुक है। इसी कड़ी में चिलकुर बालाजी मंदिर के मुख्य पुजारी सीएस रंगराजन का बड़ा बयान सामने आया है।
CS Rangarajan On Ram Mandir: अयोध्या में राम मंदिर के प्राणप्रतिष्ठा समारोह पर चिलकुर बालाजी मंदिर के मुख्य पुजारी सीएस रंगराजन कहते हैं, “…22 जनवरी 1947 को संविधान सभा में एक उद्देश्य प्रस्ताव पारित किया गया था कि देश का संविधान कैसा होना चाहिए। इस संबंध में एक संकल्प धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार सर्वसम्मति से पारित किया गया…मैं सभी भक्तों से आग्रह करता हूं कि वे उस दिन शाम को अपने घरों में पांच मिट्टी के दीपक जलाएं और इसे त्योहार की तरह मनाएं…”
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#WATCH | Rangareddy, Telangana | On pranpratishtha ceremony of Ram Temple in Ayodhya, Chilkur Balaji Temple head priest CS Rangarajan says, “…On 22nd January 1947 an objective resolution was passed in the Constituent Assembly as to how the Constitution of the country should be.… pic.twitter.com/dMQXyukLjl
— ANI (@ANI) January 12, 2024

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