Chor Panchak 2025: 31 अक्टूबर से लगे इस चोर पंचक के 5 दिन क्यों हैं भयानक? जानें क्या सच में चोर पंचक में जन्मा बच्चा बनता है चोर?

2025 में, 31 अक्टूबर से अशुभ चोर पंचक की हो चुकी है शुरुआत। चोर पंचक को सबसे अशुभ माना जाता है क्योंकि यह गुरु (बृहस्पति) प्रभावित नक्षत्र से शुरू होता है, जो धन और संपदा का कारक है पुराणों में इसे 'राक्षसी काल' कहा गया है, जहां नकारात्मक शक्तियां सक्रिय होती हैं।

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  • Publish Date - November 1, 2025 / 01:10 PM IST,
    Updated On - November 1, 2025 / 01:56 PM IST

Chor Panchak 2025 / Image Source: IBC24

Chor Panchak 2025: हिंदू ज्योतिष में पंचक को सामान्यतः अशुभ माना जाता है साथ ही एक रहस्यमयी और सतर्कता भरा काल माना जाता है। यह पांच दिनों की अवधि होती है जब चंद्रमा आकाश में कुंभ-मीन राशि के अंतिम पांच नक्षत्रों—धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद और रेवती नक्षत्र में विचरण करता है, तो पृथ्वी पर अशुभ ऊर्जाएं सक्रिय हो जाती हैं।

इनमें से ‘चोर पंचक’ सबसे भयावह है, जो पूर्वा भाद्रपद से प्रारंभ होता है। ‘चोर’ का अर्थ है चोर या हरण। यह धन, संपत्ति और मान-सम्मान की चोरी का संकेत देता है। 2025 में, (31 अक्टूबर से 4 नवंबर तक) यह 31 अक्टूबर से सुबह 6:42 बजे से शुरू हो चूका है जो कि 4 नवंबर, मंगलवार दोपहर 12:34 बजे तक रहेगा।

Chor Panchak 2025: चोर पंचक क्या होता है?

चोर पंचक, पंचक योग का एक प्रकार है, यह हिंदू ज्योतिष में, तब लगता है जब चंद्रमा पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र से पंचक योग की शुरुआत करता है और यह रेवती नक्षत्र तक चलता है, जो लगभग 5 दिनों की अवधि होती है। यह हर महीने नहीं, बल्कि विशेष चंद्र गोचर के आधार पर लगता है। ‘चोर’ शब्द धन हानि, चोरी या आर्थिक नुकसान की ओर इशारा करता है।

चोर पंचक को सबसे अशुभ एवं भयानक माना जाता है क्योंकि यह गुरु (बृहस्पति) प्रभावित नक्षत्र से शुरू होता है, जो धन और संपदा का कारक है। इस दौरान ग्रहों की स्थिति मन को अस्थिर करती है, जिससे गलत निर्णय लिए जाते हैं। पुराणों में इसे ‘राक्षसी काल’ कहा गया है, जहां नकारात्मक शक्तियां सक्रिय होती हैं। यदि इस काल में जन्म होता है, तो बच्चे के जीवन में आर्थिक संघर्ष, परिवार में चोरी या हानि का योग बन सकता है। हालांकि, कुंडली के अन्य मजबूत योग इसे कमजोर कर सकते हैं।

Chor Panchak 2025: पंचक में जन्मा बच्चा कैसा होता है?

चोर पंचक या सामान्य पंचक में जन्मा बच्चा ज्योतिष में अशुभ माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, ऐसा बच्चा परिवार में नकारात्मक ऊर्जा ला सकता है, जैसे आर्थिक हानि, स्वास्थ्य समस्या या चोरी जैसी घटनाएं। ज्योतिष के अनुसार, पंचक में जन्म लेने वाले बच्चे को जीवन में कई संघर्षों और चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन कुछ ज्योतिषियों का यह भी मानना है कि यह बच्चा मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत होता है। इसके अलावा, ऐसी मान्यता है कि पंचक में जन्म लेने से परिवार में अन्य नकारात्मक प्रभाव भी आ सकते हैं, जिन्हें दूर करने के लिए जन्म के तुरंत बाद उपाय करने से दोष कम हो जाता है।

Chor Panchak 2025: चोर पंचक लगने पर किन बातों का ध्यान रखें?

पंचक के दौरान क्या करें?

  • नियमित रूप से भगवान विष्णु, गणेश या शिव की पूजा करें।
  • ‘ओम नमो भगवते वासुदेवाय’ या ‘ओम गं गणपतये नमः’ मंत्र का जाप करें।
  • काले तिल, सरसों का तेल व हरी सब्जियां दें।
  • घर की सफाई रखें और ताले लगाएं।
  • व्रत रखें या फलाहार करें।

क्या न करें?

  • पंचक के दौरान यात्रा करने से बचें, ख़ासकर दक्षिण दिशा की ओर यात्रा बिलकुल भी न करें।
  • व्यापार, उधार या नया निवेश न शुरू करें।
  • लकड़ी इकट्ठा न करें या नया फर्नीचर न बनवाएं।
  • विवाह और मुंडन जैसे शुभ कार्य न करें।
  • घर को खाली बिलकुल भी न छोड़ें।

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चोर पंचक क्या है और क्यों है इतना खतरनाक?

चोर पंचक पंचक का सबसे अशुभ प्रकार है, जो पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र से शुरू होता है। यह धन हानि, चोरी, व्यापार में घाटा और संपत्ति की क्षति लाता है। ज्योतिष में इसे "धन नाशक काल" कहा जाता है।

चोर पंचक में जन्मा बच्चा कैसा होता है?

ज्योतिष के अनुसार, धन संबंधी संघर्ष, आर्थिक अस्थिरता और परिवार में चोरी की घटनाएँ हो सकती हैं। लेकिन हवन, दान और कुंडली सुधार से दोष 80% तक कम हो जाता है।