Indresh Shipra Wedding/ image source: ASwatntra x handle
Indresh Shipra Wedding: जयपुर: प्रसिद्ध कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा शर्मा जीवन के नए चरण में प्रवेश कर चुके हैं। दोनों आज पवित्र अग्नि के सात फेरे लेकर एक-दूसरे के हो गए। दोनों परिवारों की सहमति और आशीर्वाद के बीच जयपुर के शानदार ताज आमेर होटल में भव्य समारोह का आयोजन किया गया। विवाह स्थल को विशेष रूप से मिनी वृंदावन की थीम पर सजाया गया।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री- अच्छा बताओ बन्ना क्या होता है? बनना जानते हो?
इंद्रेश उपाध्याय- नहीं!
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री- दूल्हा 😃
वृन्दावन के प्रसिद्ध कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय की शादी में धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री पहुंचे, फिर आगे कि चर्चा सुनिए…
मैं यकीन के साथ कह सकता हूं… pic.twitter.com/RDntwm3VNR
— Anuj Agnihotri Swatntra (@ASwatntra) December 5, 2025
शादी की सबसे खास बात यह रही कि इस पवित्र अवसर पर बागेश्वर धाम प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री स्वयं उपस्थित रहे। इंद्रेश उपाध्याय और धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की गहरी मित्रता जगज़ाहिर है, और इसी मित्रता की झलक विवाह समारोह में देखने को मिली। शास्त्री जी जैसे ही विवाह स्थल पहुंचे, वातावरण में उत्साह और बढ़ गया।
Indresh Shipra Wedding: मेहमानों ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। शास्त्री जी ने नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद देते हुए कहा कि यह संबंध प्रेम, मर्यादा और संस्कारों के आधार पर हमेशा मजबूत बना रहे। सोशल मीडिया पर एक दिलचस्प चर्चा भी वायरल हो रही है, जिसमें शास्त्री जी ने मज़ाकिया अंदाज़ में इंद्रेश से पूछा, “अच्छा बताओ बन्ना क्या होता है? बनना जानते हो?” इंद्रेश ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया- “नहीं!”इस पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा- “दूल्हा!” यह छोटा-सा संवाद उपस्थित लोगों के बीच हंसी का माहौल बना गया और विवाह रस्मों में हल्की-फुल्की मनोरंजक छटा बिखेर गया।
विवाह में देशभर की कई प्रतिष्ठित हस्तियों ने शिरकत की। मशहूर गायक बी प्राक, सुप्रसिद्ध कवि डॉ. कुमार विश्वास, और कई नामी कथा वाचकों व सनातन परंपरा से जुड़े संतों की उपस्थिति ने आयोजन को और भव्य बना दिया। मंच पर जब कुमार विश्वास इंद्रेश और शिप्रा को आशीर्वाद दे रहे थे, तो उनके काव्यात्मक शब्दों ने इस समारोह को और भी यादगार बना दिया।
Indresh Shipra Wedding: इंद्रेश उपाध्याय ने हाल ही में धीरेंद्र शास्त्री के साथ सनातन पदयात्रा में भी भाग लिया था, जिसके दौरान दोनों की मित्रता और आध्यात्मिक सहयोग को लोगों ने खूब सराहा। इसीलिए विवाह में शास्त्री जी का पहुंचना भी बेहद खास और प्रतीकात्मक माना जा रहा है।
संपन्न विधि-विधान के साथ फेरे पूरे होने के बाद अब शाम 6 बजे से भव्य आशीर्वाद समारोह और प्रीतिभोज का आयोजन रखा गया है, जहाँ देशभर से आए अतिथियों का स्वागत किया जाएगा।