Ganesh Chaturthi 2025: गणेश चतुर्थी पर क्यों नहीं देखा जाता चांद? जानें पौराणिक कारण और इससे जुड़ी कथा

Ganesh Chaturthi 2025: गणेश चतुर्थी पर क्यों नहीं देखा जाता चांद? जानें पौराणिक कारण और इससे जुड़ी कथा Ganesh Chaturthi moon sighting myth

Ganesh Chaturthi 2025: गणेश चतुर्थी पर क्यों नहीं देखा जाता चांद? जानें पौराणिक कारण और इससे जुड़ी कथा

Ganesh Chaturthi 2025/Image Source: IBC24

Modified Date: August 26, 2025 / 08:58 pm IST
Published Date: August 26, 2025 8:58 pm IST
HIGHLIGHTS
  • 27 अगस्त से शुरू होकर अनंत चतुर्दशी तक
  • पूरे देश में भक्तिभाव और धूमधाम से मनाया जाने वाला पर्व
  • गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा देखना अशुभ माना गया है

Ganesh Chaturthi 2025: इस वर्ष गणेश चतुर्थी 27 अगस्त से शुरू हो रही है, जो 10 दिनों तक चलेगी और अनंत चतुर्दशी को इसका समापन होगा। गणेश चतुर्थी का उत्सव पूरे देश में भक्तिभाव और धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन भक्त गणपति बप्पा को घर लाकर विशेष पूजन-अर्चन करते हैं और पूरे वर्ष उनके आगमन की प्रतीक्षा करते हैं। हालांकि इस पर्व से जुड़ी एक खास मान्यता यह भी है कि गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा नहीं देखना चाहिए।

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Ganesh Chaturthi 2025: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गणेश चतुर्थी के दिन यदि कोई व्यक्ति चंद्रमा को देखता है तो उस पर मिथ्या दोष यानी झूठे आरोप लग सकते हैं। यही कारण है कि इस दिन चांद देखना वर्जित माना गया है। पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार भगवान गणेश अपने वाहन मूषक पर सवार होकर कहीं जा रहे थे। रास्ते में मूषक किसी चीज से टकरा गया जिससे गणेश जी नीचे गिर पड़े। उस समय चंद्रमा ने यह दृश्य देखा और गणेश जी पर जोर-जोर से हँसने लगे। गणेश जी को चंद्रमा का यह व्यवहार बेहद अपमानजनक लगा।

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Ganesh Chaturthi 2025: क्रोधित होकर भगवान गणेश ने चंद्र देव को श्राप दे दिया कि जो भी व्यक्ति गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा को देखेगा उस पर झूठे आरोप लगेंगे और वह अपमान का पात्र बनेगा। ऐसा माना जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने भी एक बार अनजाने में गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा को देख लिया था। इसके बाद उन पर स्यामंतक मणि की चोरी का झूठा आरोप लग गया था। श्रीमद्भागवत महापुराण में इस प्रसंग का वर्णन मिलता है जिसमें श्रीकृष्ण को इस कलंक से मुक्ति पाने के लिए विशेष प्रयास करने पड़े।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

टिकेश वर्मा- जमीनी पत्रकारिता का भरोसेमंद चेहरा... टिकेश वर्मा यानी अनुभवी और समर्पित पत्रकार.. जिनके पास मीडिया इंडस्ट्री में 12 वर्षों से अधिक का व्यापक अनुभव हैं। राजनीति, जनसरोकार और आम लोगों से जुड़े मुद्दों पर बेबाकी से सरकार से सवाल पूछता हूं। पेशेवर पत्रकारिता के अलावा फिल्में देखना, क्रिकेट खेलना और किताबें पढ़ना मुझे बेहद पसंद है। सादा जीवन, उच्च विचार के मानकों पर खरा उतरते हुए अब आपकी बात प्राथिकता के साथ रखेंगे.. क्योंकि सवाल आपका है।