Ganesh Visarjan 2025 date : इस वर्ष 2025 में 5 यां 6 सितम्बर, किस दिन किया जायेगा गणेश विसर्जन? जानें श्री गणेश की प्रतिमा विसर्जन की कथा
"This year, 2025, on which day, 5th or 6th September, will Ganesh Visarjan be performed? Learn about the story of Lord Shri Ganesha's idol immersion."
Ganesh Visarjan 2025 date
Ganesh Visarjan 2025 date : गणेश चतुर्थी हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है, जो भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है और भगवान श्री गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। गणेश विसर्जन 2025 शनिवार, 6 सितंबर, 2025 को निर्धारित है। इस दस दिवसीय उत्सव में घरों और सार्वजनिक पंडालों में गणेश प्रतिमाएं स्थापित की जाती हैं, जिनकी विधि-विधान से पूजा-अर्चन, आरती और भजन किए जाते हैं. उत्सव के अंतिम दिन, जिसे अनंत चतुर्दशी कहते हैं, भगवान गणेश की प्रतिमा को विसर्जित कर दिया जाता है।
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गणेश विसर्जन की कथा
महाभारत लेखन का कार्य:
गणेश विसर्जन की कथा के अनुसार, महर्षि वेदव्यास महाभारत जैसे महान ग्रंथ को लिखने के लिए एक ऐसे व्यक्ति को ढूंढ रहे थे। जो उनकी बोलने की गति के साथ-साथ लिख सके। उन्होंने गणेश जी से प्रार्थना की, और गणेश जी ने उनकी प्रार्थना स्वीकार कर ली, परन्तु गणेश जी ने यह शर्त रखी कि वे लिखते समय अपनी कलम को नहीं रोकेंगे, और यदि कलम रुक गई, तो वे लिखना बंद कर देंगे।
वेदव्यास जी ने इस शर्त को मान लिया। महर्षि वेदव्यास ने महाभारत ग्रंथ लिखने के लिए गणेश जी को चुना, और उन्होंने लगातार 10 दिन तक गणेश जी को महाभारत की कथा सुनाई।
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गणेश जी ने बिना रुके लिखते हुए इस कथा को लिपिबद्ध किया 10 दिन बाद जब वेदव्यास जी ने आंखें खोलीं, तो उन्होंने देखा कि गणेश जी के शरीर का तापमान बहुत बढ़ गया था।
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गणेश जी के शरीर को ठंडा करने और उनकी अकड़न को दूर करने के लिए, वेदव्यास जी ने उन्हें एक शीतल सरोवर में डुबकी लगाने की विनती की। इसी घटना से यह प्रथा शुरू हुई, कि गणेश विसर्जन के दिन भगवान गणेश जी को जल में विसर्जित करके उनके शरीर को शीतल किया जाता है।
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विसर्जन के नियम
विसर्जन से पहले 3 बार घड़ी की दिशा में परिक्रमा लगाएं। इस के बाद बप्पा का विसर्जन भक्ति और आनंद के साथ गणपति बप्पा मोरया, पूधच्या वर्षी लवकर या” या “गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ” जैसे जयकारे लगाएं। बप्पा को विदाई देने से पहले उनके चरणों में झुककर पूरे परिवार की सेहत, धन और समृद्धि का आशीर्वाद मांगे।
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