(Chandra Grahan 2026, Image Credit: Pixabay)
नई दिल्ली: Chandra Grahan 2026: साल 2025 अपने साथ कई अच्छी और यादगार घटनाएं छोड़कर अब विदा होने को है। खगोलीय दृष्टि से भी यह साल खास रहा। अब लोग उत्सुक हैं कि नए साल 2026 में कौन-कौन सी खगोलीय घटनाएं देखने को मिलेंगी। बिलकुल 2025 की तरह, साल 2026 में भी दो चंद्र ग्रहण और दो सूर्य ग्रहण लगने वाले हैं। ये घटनाएं हर बार खगोल प्रेमियों के लिए खास रोमांच लेकर आती हैं।
आने वाले साल में दो चंद्र ग्रहण होंगे, लेकिन इनमें से केवल एक ही भारत में दिखाई देगा। पहला चंद्र ग्रहण फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन पड़ेगा, जबकि दूसरा श्रावण पूर्णिमा को लगेगा। आइए जानें दोनों ग्रहणों की तारीख और दृश्यता के बारे में।
साल 2026 का पहला चंद्र ग्रहण 3 मार्च को पड़ेगा, जिस दिन फाल्गुन पूर्णिमा और होलिका दहन का पर्व भी होगा। यह ग्रहण आंशिक होगा और भारत में दिखाई देगा। इसके अलावा यह पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत और अमेरिका के कुछ हिस्सों में भी नजर आएगा।
श्रावण मास की पूर्णिमा, यानी 28 अगस्त 2026 को साल का दूसरा चंद्र ग्रहण लगेगा। यह भी आंशिक ग्रहण होगा, लेकिन भारत में दिखाई नहीं देगा। यह ग्रहण मुख्य रूप से अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका और पूर्वी प्रशांत क्षेत्रों में देखा जा सकेगा।
साल 2026 में कुल चार ग्रहण (दो सूर्य और दो चंद्र) होंगे, लेकिन भारत में केवल 3 मार्च का चंद्र ग्रहण ही देखा जा सकेगा। 28 अगस्त का ग्रहण भारत से दृश्य नहीं होगा, इसलिए देश में सिर्फ एक ही चंद्र ग्रहण का प्रत्यक्ष दर्शन होगा।
इस दिन सूतक काल सुबह 9:39 बजे से शुरू होगा और ग्रहण समाप्त होने के साथ 6:46 बजे खत्म हो जाएगा।