Shiva Yoga on Basant Panchami will brighten the luck of these 5 zodiac signs
Basant Panchami 2023 : नई दिल्ली। हिंदू पंचांग के अनुसार, बसंत पंचमी हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल बसंत पंचमी का पर्व 26 जनवरी 2023 को है। इस दिन ज्ञान, बुद्धि, कला की देवी मां सरस्वती की पूजा की जाती है। बसंत पंचमी के अवसर पर लोग मां सरस्वती की प्रतिमा या तस्वीरों की खरीदारी करते हैं। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि उनकी प्रतिमा या तस्वीरों को वास्तु शास्त्र के हिसाब से किस दिशा में लगाना चाहिए।
प्रतिमा हमेशा उत्तर दिशा में लगाएं
बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की प्रतिमा या चित्र खरीदकर ला रहे हैं तो इसे उत्तर दिशा में लगाएं। ऐसा करने से इंसान को शिक्षा संबंधी कार्यों में सफलता मिलती है और सभी कार्य बिना बाधा के पूरे होने लगते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में किसी कारणवश उत्तर दिशा में जगह खाली न हो तो मां सरस्वती की प्रतिमा को ईशान कोण में भी स्थापित कर सकते हैं। इस जगह उनकी प्रतिमा या तस्वीर रखकर पूजा करने से मां की कृपा प्राप्त होती है।
प्रतिमा खड़ी हुई मुद्रा में न हो
वास्तु शास्त्र के हिसाब से मां सरस्वती की प्रतिमा खड़ी हुई मुद्रा में नहीं होनी चाहिए। ऐसी प्रतिमा स्थापित करना शुभ नहीं माना जाता है। उनकी हमेशा कमल पुष्प पर विराजमान मुद्रा में प्रतिमा या फोटो घर में लानी चाहिए।
खंडित न हों मूर्ति
जब भी आप मां सरस्वती की प्रतिमा खरीदने जा रहे हैं तो हमेशा ये ध्यान रखें कि मूर्ति कहीं से भी खंडित न हों। इसके साथ ही पूजा स्थल पर एक साथ मां की दो मूर्ति स्थापित नहीं करनी चाहिए।
विधि-विधान से करें पूजा
इस दिन विधि-विधान से मां की पूजा करने से इंसान संगीत, कला और शिक्षा के क्षेत्र में सफलता प्राप्त करता है। कहा जाता है कि इस दिन मां की आराधना करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है।