(Premanand Maharaj Pravachan, Image Source: instagram)
Premanand Maharaj Pravachan: बहुत से लोग अक्सर भगवान से किसी विशेष वस्तु या इच्छित परिणाम की मांग करते हैं। कई बार लगातार प्रार्थना करने के बावजूद जब मनोकामना पूरी नहीं होती, तो लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि क्या भगवान हमारी सुनते हैं या फिर उनकी कृपा हम पर नहीं है।
वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज से एक श्रद्धालु ने पूछा कि आखिर भगवान से मांगने का सही तरीका क्या है और क्यों कई बार हमारी मनोकामनाएं पूरी नहीं होतीं।
प्रेमानंद महाराज ने स्पष्ट किया कि कई लोग भगवान से सही भाव और तरीका अपनाए बिना ही मांगते हैं। लोग केवल भोग अर्पित करने या वस्तु मांगने के प्रयास में लग जाते हैं, लेकिन असली बात यह है कि भगवान को भाव, प्रेम और तपस्या चाहिए। महाराज ने समझाया कि भगवान को लड्डू या भोग नहीं चाहिए, वह ब्रह्मांड के स्वामी हैं। सच्चा भाव और प्रेम ही वह आधार है, जिससे हमारी कामनाओं की पूर्ति संभव हो सकती है। बिना प्रेम, भक्ति और तपस्या के केवल मांगने से कोई लाभ नहीं होता।
कामनाओं की प्राप्ति के लिए व्यक्ति को नियमित भजन और पूजा करनी चाहिए। भगवान के प्रति सच्चा प्रेम और समर्पण होना चाहिए। तपस्या और सत्कर्म के माध्यम से अधिकार अर्जित करना चाहिए। भगवान की दुकान में सबका जीवन खाता है क्योंकि भगवान की दुकान में लेने के लिए केवल मांगना पर्याप्त नहीं है। महाराज ने समझाया कि जैसे दुकान से सामान लेने के लिए पैसे होना जरूरी है, वैसे ही भगवान से कुछ पाने के लिए हमारे पास भाव, तपस्या और प्रेम होना आवश्यक है।