मुंबई, 16 जुलाई (भाषा) टेनिस के दिग्गज लिएंडर पेस का मानना है कि एशियाई खेलों में भारत को एकल में कड़ी चुनौती मिलेगी, लेकिन पुरुष युगल टीम से देश पदक जीतने की उम्मीद कर सकता है।
यह देखना होगा कि अनुभवी रोहन बोपन्ना के साथ खेलने के लिए किसे चुना जाता है।
पेस ने विंबलडन पुरुष फाइनल के लिए रविवार को यहां आयोजित कार्यक्रम में कहा, ‘‘एशियाई खेलों में पुरुष युगल में हमारे पास अच्छा प्रदर्शन करने का अच्छा मौका है। हमारे पास युगल में टीमों के कई विकल्प हैं। हमारे पास काफी खिलाड़ी हैं जो खेल सकते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एकल में ऐतिहासिक रूप से जापान, कोरिया, उज्बेकिस्तान, चीन, चीनी ताइपे, थाईलैंड जैसे देशों के खिलाड़ी अच्छा करते रहे है। इसमें हमारे खिलाड़ियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा लेकिन युगल में हमारे पास पदक जीतने का एक बड़ा मौका है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह सिर्फ टीमों के संयोजन पर निर्भर करता है कि वे रोहन के साथ खेलने के लिए किसे चुनते हैं और दूसरी टीम कौन सी होगी।’’
पेस को लगता है कि भारतीय खिलाड़ियों को अगले कुछ वर्षों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा में बने रहना मुश्किल होगा। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश बड़े प्रतियोगिताओं की मेजबानी नहीं करता है।
उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि अगले कुछ वर्षों में भारतीय टेनिस के लिए कठिन समय होने वाला है। मेरे मन में उन भारतीय खिलाड़ियों के लिए बहुत सम्मान है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल रहे हैं, यूरो और डॉलर जैसी विदेशी मुद्रा खर्च कर रहे हैं। खिलाड़ी को कोच, ट्रेनर, उपकरण, आपकी सभी उड़ानें, होटल, परिवहन के लिए काफी खर्च करना पड़ता है।’’
इस पूर्व दिग्गज ने कहा, ‘‘ आपके पास ऐसा कोई संघ नहीं है जो इन सबके लिए भुगतान करता हो। हममें से प्रत्येक को इसे व्यक्तिगत रूप से करना होता है। आपके पास बीसीसीआई का उदाहरण है जिसने क्रिकेट के लिए इतना अद्भुत काम किया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ आपके पास खिलाड़ियों की मदद के लिए हॉकी इंडिया, एआईएफएफ (अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ) जैसे संघ के अलावा रिलायंस आईएसएल (इंडियन सुपर लीग) का उदाहरण है। टेनिस एक व्यक्तिगत खेल है, यह बैडमिंटन या ट्रैक एवं फील्ड की तरह ही है। इसके 99.99 प्रतिशत टेनिस टूर्नामेंट भारत के बाहर होते हैं। यहां कुछ भी नहीं है।’’
भाषा आनन्द सुधीर
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