(भरत शर्मा)
नयी दिल्ली, 16 मई ( भाषा ) फर्राटा के शहंशाह उसेन बोल्ट को पिता से क्रिकेट का जुनून विरासत में मिला है लिहाजा उनके खून में है और उनका पसंदीदा प्रारूप टी20 है ।
आठ ओलंपिक स्वर्ण जीत चुके बोल्ट जमैका में बचपन के दिनों में तेज गेंदबाज बनना चाहते थे । अगले महीने से होने वाले आईसीसी टी20 विश्व कप के दूत बोल्ट का क्रिकेट से जुड़ने का सपना आखिर किसी रूप में साकार हुआ ।
बोल्ट ने न्यूयॉर्क से पीटीआई को फोन पर दिये इंटरव्यू में कहा ,‘‘ मैं क्रिकेट देखकर बड़ा हुआ हूं । मेरे पिता क्रिकेट के शौकीन रहे हैं और आज भी हैं । यह मेरे खून में है । मैं क्रिकेट से दूत के रूप में जुड़ रहा हूं जो शानदार है । क्रिकेटर बनने का मेरा सपना तो पूरा नहीं हुआ लेकिन टी20 विश्व कप का दूत होना शानदार है ।’’
अपने सात साल के कैरियर में 100 और 200 मीटर के विश्व रिकॉर्डधारी बोल्ट अनेक उपलब्धियां हासिल कर चुके हैं ।पिछले कुछ महीने संगीत और फुटबॉल का अपना शौक पूरा करने के लिये दुनिया घूमने वाले बोल्ट को टीवी पर क्रिकेट और आईपीएल देखने का मौका नहीं मिला ।
उन्होंने कहा ,‘‘ मैं उतना क्रिकेट नहीं देख सका लेकिन जब भी मौका मिलता है, मैं टी20 मैच देखता हूं ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ यह मेरा पसंदीदा प्रारूप है । इसमें आपको मजबूत, तेज और अच्छी रणनीति बनाने में माहिर होना पड़ता है । इसमें टेस्ट और वनडे दोनों का जादू देखने को मिलता है ।’’
बोल्ट ने कहा ,‘‘ वेस्टइंडीज में टी20 और वनडे अभी भी लोकप्रिय है । लोगों को टेस्ट क्रिकेट उतना पसंद नहीं आता है । यह खेल की रफ्तार से जुड़ा है । आंद्रे रसेल जैसे बिग हिटर को देखने में मजा आता है । वेस्टइंडीज में टी20 क्रिकेट काफी लोकप्रिय है ।’’
बचपन के दिनों की क्रिकेट की उनकी यादों में वसीम अकरम की इनस्विंग यॉर्कर भी शामिल है ।
उन्होंने कहा ,‘‘ बचपन में वसीम अकरम मेरे फेवरिट थे । इनस्विंग यॉर्कर की वजह से । कर्टनी वॉल्श और कर्टली एम्बरोज भी थे । अपने पिता की तरह मैं वेस्टइंडीज का समर्थक था लेकिन मुझे सचिन तेंदुलकर भी पसंद हैं । वह और ब्रायन लारा मेरे बचपन की यादों का हिस्सा है ।’’
मौजूदा क्रिकेटरों के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि विराट कोहली का कोई सानी नहीं ।
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मोना
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