ज्यादा उम्मीदें न रखें, मैं यहां सिर्फ खेलने आया हूं: गुकेश

ज्यादा उम्मीदें न रखें, मैं यहां सिर्फ खेलने आया हूं: गुकेश

  •  
  • Publish Date - December 25, 2025 / 09:01 PM IST,
    Updated On - December 25, 2025 / 09:01 PM IST

दोहा, 25 दिसंबर (भाषा) विश्व चैंपियन डी गुकेश ने कहा कि क्लासिकल शतरंज उनकी आजीविका का मुख्य साधन बना रहेगा और शुक्रवार से यहां शुरू होने वाली सत्र की अंतिम प्रतियोगिता फिडे विश्व रैपिड और ब्लिट्ज चैंपियनशिप से उन्हें ‘‘बहुत अधिक अपेक्षाएं’’ नहीं हैं।

गुकेश के लिए यह सत्र अपेक्षित नहीं रहा और वह यहां होने वाले दस लाख यूरो के पुरस्कार राशि वाले टूर्नामेंट से भी बहुत अधिक उम्मीद नहीं लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह यहां कुछ प्रयोग करने, कुछ मौज-मस्ती करने और टूर्नामेंट का आनंद लेने आए हैं।

इस 19 वर्षीय खिलाड़ी ने पांच बार के विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन की मौजूदगी में पत्रकारों से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मेरे लिए किसी भी प्रारूप में अच्छा खेलना काफी महत्वपूर्ण है और इस साल मैंने रैपिड और ब्लिट्ज प्रारूप को थोड़ा अधिक गंभीरता से लिया है। हालांकि मुझे लगता है कि क्लासिकल की तुलना में रैपिड और ब्लिट्ज टूर्नामेंट मेरी प्राथमिकता से थोड़े कम रहे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह एक ऐसी प्रतियोगिता है जिससे मुझे बहुत अधिक अपेक्षाएं नहीं हैं। मैं यहां सिर्फ खेलने आया हूं, कुछ प्रयोग करने आया हूं, आनंद लेने आया हूं और मौज-मस्ती के उद्देश्य से शतरंज खेलने आया हूं।’’

गुकेश के अलावा आर प्रज्ञाननंदा, अर्जुन एरिगैसी, पी हरिकृष्णा, विदित गुजराती जैसे भारतीय खिलाड़ी भी इस प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं।

भाषा

पंत

पंत