क्रिकेट को डकवर्थ-लुईस नियम देने वाले गणितज्ञ टोनी लुईस का निधन, ECB ने जताया दुख

क्रिकेट को डकवर्थ-लुईस नियम देने वाले गणितज्ञ टोनी लुईस का निधन, ECB ने जताया दुख

क्रिकेट को डकवर्थ-लुईस नियम देने वाले गणितज्ञ टोनी लुईस का निधन, ECB ने जताया दुख
Modified Date: November 29, 2022 / 08:49 pm IST
Published Date: April 2, 2020 5:09 am IST

लंदन। क्रिकेट खेल को डीएलएस नियम देने वाले गणितज्ञ टोनी लुईस का निधन हो गया है। वह क्रिकेट को डकवर्थ-लुईस नियम देने वाली जोड़ी में शामिल थे। जिसे बाद में डकवर्थ-लुईस-स्टर्न कर दिया गया। वह 78 साल के थे। लुईस ने अपने साथी गणितज्ञ फ्रैंक डकवर्थ के साथ मिलकर वह फॉर्म्युला निकाला था जिससे मौसम के कारण प्रभावित हुए मैच में रनों का पीछा करने को तर्कसंगत बनाया जा सके।

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इस जोड़ी ने 1997 में इस फॉर्म्युले को आईसीसी को पेश किया और 1999 में इंग्लैंड में खेले गए वर्ल्ड कप से इसे अपनाया गया। इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने बुधवार को बयान जारी कर कहा, ‘ECB को टोनई लुईस MBE की मौत के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ है। वह 78 साल के थे।’ ईसीबी ने कहा, ‘टोनी ने अपने साथी गणितज्ञ फ्रैंक डकवर्थ के साथ मिलकर 1997 में डकवर्थ-लुईस का नियम दिया था जिसे आईसीसी ने 1999 में अपनाया था।’

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इस फॉर्म्युले को कई बार आलोचना का सामना करना पड़ता है। इसे 2014 में डकवर्थ-लुईस-स्टर्न कहा जाने लगा। तब ऑस्ट्रेलिया के स्टेटिसटिशियन स्टीवन स्टर्न ने मौजूदा स्कोरिंग-रेट के हिसाब से रिवाइज किया। ईसीबी ने कहा, ‘2014 में इसका नाम बदलने के बाद भी गणित का यह फॉर्म्युला दुनियाभर में वर्षा आधारित मैचों में इस्तेमाल होता रहा है। दोनों, टोनी और फ्रैंक के योगदान के लिए क्रिकेट उनका ऋणी रहेगा। हम टोनी के परिवार के प्रति शोक व्यक्त करते हैं।’

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com