रायपुर, 12 नवंबर (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिल्ली में हुए विस्फोट की घटना को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की और कहा कि केंद्र का सुरक्षा तंत्र पूरी तरह से विफल हो गया है इसलिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को इस्तीफा दे देना चाहिए।
बघेल ने बुधवार को संवाददाताओं से बातचीत के दौरान यह भी आरोप लगाया कि बस्तर के लोगों को डर है कि नक्सलवाद के कम होने के साथ ही उनकी सारी जमीन और खनिज संसाधन हड़प लिए जाएंगे।
बघेल ने कहा, ”दिल्ली में हुए विस्फोट से साफ पता चलता है कि केंद्र सरकार का सुरक्षा तंत्र पूरी तरह से विफल रहा है। आप पहलगाम में (आतंकवादी हमले को रोकने में) विफल रहे, आप चांदनी चौक में विफल रहे और गृह मंत्री जिम्मेदारी लेने के बजाय चुनावों में व्यस्त रहे। भारत के इतिहास में इससे कमजोर गृह मंत्री कभी नहीं रहा।”
बघेल ने कहा, ”मणिपुर दो साल तक जलता रहा। पुलवामा हमले में चार सौ किलोग्राम आरडीएक्स का इस्तेमाल किया गया था। आज भी यह पता नहीं चल पाया है कि इसे कौन लाया था। अब पता चला है कि दिल्ली से सटे फरीदाबाद में विस्फोटकों का एक बड़ा जखीरा पहुंचा। यह कैसे आया? वहां कैसे पहुंचा? बरामदगी के 24 घंटे के भीतर ही (लाल किले के पास) एक विस्फोट हो गया।”
उन्होंने कहा यह केंद्र सरकार और उसकी खुफिया एजेंसियों की विफलता है।
बघेल ने आरोप लगाया कि सुरक्षा एजेंसियों को विपक्षी नेताओं की जासूसी करने पर लगा दिया गया है, जिससे देश की आंतरिक सुरक्षा प्रभावित हो रही है।
उन्होंने छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ”छत्तीसगढ़ में भी यही स्थिति है। लगातार घटनाएं हो रही हैं, पुलिस हिरासत में लोग मर रहे हैं और विष्णु देव साय सरकार का ध्यान केवल विपक्ष को निशाना बनाने पर है।”
हाल ही में अपने बस्तर दौरे को लेकर बघेल ने कहा, ‘‘जैसे-जैसे नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं और (जंगल से) बाहर आ रहे हैं, भू-माफिया वहां घुस रहे हैं। भू-माफिया अबूझमाड़ और बीजापुर के अंदरूनी इलाकों में जमीन खरीद रहे हैं। लोगों को शक है कि नक्सलवाद के खात्मे के साथ ही उनकी जमीन और खनिज हड़प लिए जाएंगे।”
बघेल ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य में 15 नवंबर से धान की खरीद शुरू होने वाली है, लेकिन राज्य सरकार ने अभी तक इसके लिए कोई व्यवस्था नहीं की है। भाषा संजीव शोभना
शोभना