कटक, 10 दिसंबर (भाषा) टी20 विश्व कप शुरू होने में अब जबकि दो महीने से भी कम समय बचा है तब खेल के इस छोटे प्रारूप में जितेश शर्मा विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में भारत की पहली पसंद के रूप में उभरे हैं लेकिन उन्होंने संजू सैमसन के साथ किसी तरह की प्रतिस्पर्धा को खास तवज्जो नहीं दी और कहा कि इससे वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित होते हैं।
भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में संजू के बजाय जितेश को अंतिम एकादश में रखा। उन्होंने विकेट के पीछे शानदार प्रदर्शन करके भारत की 101 रन से जीत में अहम भूमिका निभाई।
जितेश ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘वह (संजू) बेहतरीन खिलाड़ी है। अगर आपको उसके खिलाफ प्रतिस्पर्धा करनी है और कंधे से कंधा मिलाकर चलना है तो मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। मुझे लगता है कि हम किसी अन्य टीम के लिए नहीं बल्कि भारत की तरफ से खेलने के लिए प्रयास कर रहे हैं।’’
संजू ने पिछले साल टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तीन शतकों की मदद से 436 रन बनाए थे। उन्होंने अभिषेक शर्मा के साथ एक मजबूत सलामी जोड़ी बनाई थी लेकिन शुभमन गिल की टी20 टीम में वापसी के बाद संजू की टीम में जगह पक्की नहीं रही और अंतिम एकादश उनकी भूमिका अनिश्चित हो गई।
जितेश ने व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा को कम महत्व दिया और कहा कि वह संजू के मार्गदर्शन में काफी कुछ सीख रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे बहुत खुशी है कि वह टीम में है और मैं उनके मार्गदर्शन में सीख रहा हूं। वह मेरे लिए बड़े भाई की तरह हैं। मुझे लगता है कि स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से ही प्रतिभा निखरती है। यह टीम के लिए भी अच्छा है। इस भारतीय टीम में बहुत अधिक प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं। इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि संजू बाहर हैं और मैं खेल रहा हूं।’’
जितेश ने कहा, ‘‘ हम भाइयों की तरह हैं। हम एक-दूसरे के साथ अपने अनुभव साझा करते हैं। जब भी मैं विकेटकीपिंग या बल्लेबाजी करता हूं तो वह मेरी बहुत मदद करते हैं।’’
जितेश ने 2023 में एशियाई खेलों में टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने के बाद से फिनिशर की भूमिका अच्छी तरह से निभाई है और इसलिए उन्हें संजू पर प्राथमिकता दी गई।
उन्होंने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद मुझे ज्यादा आराम नहीं मिला। मैं एशिया कप में खेला था। पिछले दो-तीन वर्ष से मैं आईपीएल में फिनिशर की भूमिका निभा रहा हूं। यही मेरी रोजी-रोटी है। अभ्यास के दौरान मैं मैच की स्थिति को ध्यान में रखकर खेलता हूं तथा अपने कौशल का अधिक से अधिक उपयोग करना चाहता हूं।’’
जितेश ने कहा, ‘‘निश्चित रूप से मेरी भूमिका स्पष्ट है कि मैं मध्यक्रम में या निचले क्रम में बल्लेबाजी करूंगा। टीम प्रबंधन ने मेरी भूमिका और मुझसे की जाने वाली अपेक्षा के बारे में मुझे स्पष्ट रूप से बता दिया है जिससे मुझे फायदा मिल रहा है।’’
भाषा
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