नई दिल्ली। 1932 से टेस्ट क्रिकेट खेल रही भारतीय टीम को अपनी पहली जीत के लिए 20 साल तक इंतजार करना पड़ा, जीत का सिलसिला शुरू होते ही क्रिकेट देश का सबसे लोकप्रिय खेल बन गया, आज भारत दुनिया की नंबर-1 टेस्ट टीम है और भारतीय क्रिकेट बोर्ड दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है, भारत जब आजाद हुआ तब क्रिकेट की दुनिया में डॉन ब्रैडमैन का बोलबाला था, भारत के क्रिकेटरों का पहला सामना 1947 में ही ब्रैडमैन की टीम से हुआ, उस दौरान टीम इंडिया की कप्तानी लाला अमरनाथ कर रहे थे. भारतीय टीम नवंबर में ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर गई. पहला टेस्ट ब्रिस्बेन में खेला गया. मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने 8 विकेट पर 382 रन बनाया, जिसके बाद भारत की पहली पारी 58 और दूसरी पारी 98 रन पर सिमट गई, भारत पारी और 226 रन से हार गया, हलांकि यह सीरीज 0-4 से भारत को हारना पड़ा, और एक साल बाद वेस्टइंडीज ने भी हमें 1-0 से हराया.
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25वें टेस्ट में मिली पहली जीत
भारत ने आजादी से 1950 तक 20 टेस्ट खेल लिए थे. लेकिन किसी टेस्ट में जीत का मजा भारत ने नहीं चखा था, जनवरी 1951 में इंग्लैंड की टीम भारत दौरे पर आई. 5 मैचों की सीरीज के आखिरी मैच में भारत ने इंग्लैंड को पारी और 8 रन से हराया, यह भारत का 25वां टेस्ट और पहली इंटरनेशनल जीत थी. यह पहली सीरीज थी, जो भारत ने ड्रॉ कराई, भारत में खेली गई 5 मैचों की इस सीरीज में दोनों टीमों ने 1-1 मैच जीते,
दिसंबर-52 में पाकिस्तान से जीती पहली सीरीज
भारत ने 1932 से 1952 के बीच इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और विंडीज से कुल 8 सीरीज खेली, इन सभी में उसे हार का सामना करना पड़ा, हार का यह सिलसिला तब खत्म हुआ, जब पाकिस्तान की टीम भारत दौरे पर आई, नवंबर-दिसंबर 1952 में खेली गई इस सीरीज में भारत ने लाला अमरनाथ की कप्तानी में पाकिस्तान को दो मैचों में हराया, और भारत को भी एक मैच में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन सीरीज 2-1 से भारत के नाम रही
वेब डेस्क, IBC24