विशाखापत्तनम, 23 दिसंबर (भाषा) स्नेह राणा की अगुवाई में भारतीय गेंदबाजों ने हर्षिता समरविक्रमा (32 गेंद में 33 रन) और कप्तान चामरी अटापट्टू (24 गेंद में 31) के उपयोगी योगदान के बावजूद दूसरे महिला टी20 अंतरराष्ट्रीय में मंगलवार को यहां श्रीलंका को नौ विकेट पर 128 रन पर रोक दिया।
भारतीय टीम पांच मैच की श्रृंखला में 1-0 से आगे हैं।
समरविक्रमा ने तीसरे विकेट के लिए हसिनी परेरा (22) के साथ 44 रन की साझेदारी की जबकि अटापट्टू ने इससे पहले परेरा के साथ दूसरे विकेट के लिए 36 रन जोड़े थे।
दीप्ति शर्मा के बीमार होने के कारण एकादश में आई राणा ने किफायती गेंदबाजी करते हुए अटापट्टू का अहम विकेट लिया। उन्होंने अपने चार ओवर में सिर्फ 11 रन दिये और एक सफलता हासिल की।
वैष्णवी शर्मा और श्रीचरणी ने भी दो-दो विकेट लिए जबकि क्रांति गौड़ को एक सफलता मिली।
गेंदबाजी करने के फैसले के बाद क्रांति ने पहले ओवर में ही विष्मी गुणारत्ने (एक) को आउट कर भारत को शानदार शुरुआत दिलाई । अटापट्टू ने हालांकि उनके अगले ओवर में चौका और छक्का जड़ने के बाद अरुंधति रेड्डी के खिलाफ डीप स्क्वायर लेग बाउंड्री के ऊपर से गेंद को दर्शकों के दर्शन कराये।
अटापट्टू छठे ओवर में राणा के खिलाफ बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में अमनजोत कौर को कैच दे बैठीं जिससे भारतीय गेंदबाजों ने राहत की सांस ली।
क्रीज पर आयी समरविक्रमा ने वैष्णवी शर्मा का आठवें ओवर में स्वागत हैट्रिक चौके के साथ किया। दूसरे छोर से परेरा ने क्रांति के खिलाफ चार रन के साथ रनगति को बनाये रखा।
राणा का अगला ओवर मेडन रहा जिससे 10 ओवर के बाद श्रीलंका का स्कोर दो विकेट पर 66 रन था।
भारतीय गेंदबाजों ने इसके बाद बाउंड्री लगाने से बल्लेबाजों को रोके रखा जिसका फायदा श्री चरणी को परेरा के विकेट के रूप में मिला।
समरविक्रमा ने 17वें ओवर में श्रीचरणी की गेंद पर चौके के साथ श्रीलंका के रनों का शतक पूरा किया लेकिन अगली गेंद पर अमनजोत के शानदार थ्रो पर रन आउट हो गयी।
वैष्णवी ने अगले ओवर में नीलाक्षी डिसिल्वा (दो) को श्री चरणी के हाथों कैच कराकर टी20 अंतरराष्ट्रीय में पहली सफलता हासिल करने के बाद आखिरी ओवर में शशिनी गम्हानी को खाता खोले बिना चलता किया।
पिछले मैच में खराब क्षेत्ररक्षण करने वाली भारतीय टीम ने इस मुकाबले में श्रीलंका के तीन बल्लेबाजों को रन आउट किया।
भाषा आनन्द सुधीर
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