नयी दिल्ली, 19 जुलाई (भाषा) सुमित अंतिल के विश्व रिकॉर्ड प्रदर्शन की बदौलत भारतीय टीम पेरिस विश्व पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप से तीन स्वर्ण सहित 10 पदक जीतकर स्वदेश लौटी और साथ ही उसने 2024 पैरालंपिक के लिए 17 कोटा स्थान भी हासिल कर लिये।
यह भारत का विश्व पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है, इससे पहले दुबई 2019 विश्व चैम्पियनशिप में देश के नाम नौ पदक थे। भारत ने लंदन में 2017 विश्व पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में पांच पदक जीते थे।
पदक के मामलों में ही नहीं बल्कि पेरिस में नये सितारे भी सामने आये जिन्होंने अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बदौलत अपने पहले पदक भी हासिल किये। महिला विजेताओं ने पदक जीतने के साथ कोटा स्थान भी हासिल किये।
वर्ष 2020 तोक्यो पैरालंपिक में अपने रिकॉर्ड प्रदर्शन के बाद अपनी पहली बड़ी प्रतियोगिता में खेल रहे सोनीपत के भाला फेंक पैरा एथलीट अंतिल ने 70.83 मीटर के थ्रो के अपने विश्व रिकॉर्ड प्रदर्शन में सुधार किया तथा आस्ट्रेलिया के माइकल बुरियन (65.21) और श्रीलंका के दुलान कोदिथुवाकू (64.06) से आगे रहे।
अंतिल के साथी अजीत सिंह और रिंकू हुड्डा ने पुरुष भाला फेंक फाइनल्स में पहला और दूसरा स्थान हासिल किया।
सिंह ने 65.41 मीटर दूर भाला फेंककर नया चैम्पियनशिप रिकॉर्ड बनाया और हुड्डा अपने सत्र के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से 0.3 मीटर पीछे रहे। 2019 विश्व चैम्पियन सुंदर सिंह गुर्जर चौथे स्थान पर रहे जिससे भारत को एक कोटा स्थान मिला।
महाराष्ट्र के सचिन खिलारी ने पुरुष गोला फेंक में 16.21 मीटर के थ्रो से पहला अंतरराष्ट्रीय पदक प्राप्त किया और एशियाई रिकॉर्ड से विश्व खिताब जीता।
ऊंची कूद के पैरा खिलाड़ियों ने भी शानदार प्रदर्शन किया जिसमें निशाद कुमार, शैलेश कुमार और प्रवीण कुमार शामिल रहे।
अनुभवी एकता भुयन (17.93 मीटर) ने महिला क्लब थ्रो में एशियाई रिकॉर्ड से कांस्य पदक जीता।
भाषा नमिता पंत
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