Who Killed Sharif Usman Hadi? || Image- Somoy News file
Who Killed Sharif Usman Hadi?: ढाका: बांग्लादेशी छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या के दो मुख्य संदिग्ध देश के मयमनसिंह शहर में हलुआघाट सीमा के रास्ते भारत भाग गए और मेघालय में प्रवेश कर गए। ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (डीएमपी) ने स्थानीय दैनिक ‘द डेली स्टार’ को दिए एक बयान में यह दावा किया है।
डीएमपी मीडिया सेंटर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अतिरिक्त आयुक्त एसएन नजरुल इस्लाम ने कहा कि, “हमारी जानकारी के अनुसार, संदिग्ध हलुआघाट सीमा के रास्ते भारत में दाखिल हुए। सीमा पार करने के बाद, उन्हें सबसे पहले पूर्ति नामक व्यक्ति ने रिसीव किया। बाद में, सामी नामक एक टैक्सी चालक उन्हें मेघालय के तुरा शहर ले गया।”
अधिकारी ने यह भी बताया कि जिन दो व्यक्तियों ने कथित तौर पर संदिग्धों को मेघालय में प्रवेश करने में मदद की थी, उन्हें अब भारत में हिरासत में ले लिया गया है। नजरुल ने कहा, “हम उनकी गिरफ्तारी और प्रत्यर्पण सुनिश्चित करने के लिए औपचारिक और अनौपचारिक दोनों चैनलों के माध्यम से भारतीय अधिकारियों के साथ संपर्क बनाए हुए हैं।”
Bangladesh Police now claims that two accused in the Osman Sharif Hadi murder case – Faisal Karim Masud and Alamgir Sheikh have crossed into India’s Meghalaya state and have reached Tura town
Dhaka Metropolitan Police Additional Commissioner Nazrul Islam… pic.twitter.com/MczlifhPRg
— Indrajit Kundu | ইন্দ্রজিৎ (@iindrojit) December 28, 2025
गौरतलब है कि उस्मान हादी की मौत के बाद देश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन और हिंसा देखें को मिली थी। 12 दिसंबर को ढाका के बिजोयनगर इलाके में चुनाव प्रचार के दौरान उनके सिर में गोली लगी थी और बाद में इलाज के लिए उन्हें सिंगापुर ले जाया गया था। इलाज के दौरान हादी ने 18 दिसंबर को दम तोड़ दिया था।
Who Killed Sharif Usman Hadi?: शरीफ उस्मान हादी, शेख हसीना विरोधी मंच इंकलाब मंच का हिस्सा था। हादी आगामी फरवरी चुनावों में उम्मीदवार भी था और हमले के समय ढाका-8 निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव प्रचार कर रहा था। हादी का समूह इंकलाब मंच पिछले साल जुलाई में बांग्लादेश में हुए विद्रोह के दौरान सुर्खियों में आया था। इस विद्रोह बके बाद हसीना को सत्ता से हटा दिया गया था। हादी की गोलीबारी के बाद पड़ोसी देश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन और हिंसा भड़क उठी थी। उनकी पार्टी इंकलाब मंच ने अंतरिम सरकार को चेतावनी दी कि अगर उसने इस मामले में कार्रवाई नहीं की तो और अधिक आंदोलन किए जाएंगे।
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