भारत की चार गुणा 100 मी रिले टीम में हिमा की जगह ले सकती हैं कर्नाटक की धनेश्वरी देवी

भारत की चार गुणा 100 मी रिले टीम में हिमा की जगह ले सकती हैं कर्नाटक की धनेश्वरी देवी

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  • Publish Date - June 27, 2021 / 04:07 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:33 PM IST

पटियाला, 27 जून (भाषा) भारतीय महिला चौकड़ी यहां चल रही राष्ट्रीय अंतर राज्यीय चैम्पियनशिप के दौरान मंगलवार को चार गुणा 100 मीटर रिले ओलंपिक क्वालीफिकेशन के लिये अंतिम प्रयास करेगी और फाइनल में चोटिल हिमा दास की जगह कर्नाटक की एटी धनेश्वरी के उतरने की संभावना है।

धनेश्वरी 100 मीटर स्पर्धा में पांचवें स्थान पर रही थीं जिसमें शनिवार को तमिलनाडु की एस धनलक्ष्मी ने 11.71 सेकेंड के समय से जीत हासिल की थी।

राष्ट्रीय रिकार्डधारी दुती चंद, धनलक्ष्मी और अर्चना सुसींद्रन चौकड़ी की अन्य सदस्य होंगी। दुती शनिवार को फाइनल में चौथे और अर्चना तीसरे स्थान पर रही थीं।

हिमा को शनिवार को 100 मीटर ही हीट में दौड़ते हुए हैमस्ट्रिंग में खिंचाव आ गया था जिससे 48 घंटे के अंदर चैम्पियनशिप में उनका आगे भाग लेना संदिग्ध है।

हालांकि उन्हें मंगलवार को होने वाली 200 मीटर रेस में आठ फाइनल खिलाड़ियों की सूची में शामिल किया गया है। दुती, धनलक्ष्मी और अर्चना के हटने से रविवार को 200 मीटर की रेस नहीं हो सकी।

भारतीय एथलेटिक्स महासंघ ने कहा कि मंगलवार को सीधे इस स्पर्धा का फाइनल कराया जायेगा।

धनलक्ष्मी और अर्चना को इससे आराम का काफी समय मिल जायेगा जबकि दुती मांसपेशियों में हल्के खिंचाव से उबर रही हैं।

दुती 100 मीटर की दौड़ में चौथे स्थान पर रही थीं और शनिवार को ‘फिनिशिंग लाइन’ पार करते समय कुछ असहज दिख रही थीं।

दुती के कोच एन रमेश ने कहा, ‘‘यह मामूली सा खिंचाव है, सिर्फ उसकी मांसपेशियों में हल्का सा खिंचाव है। वह 200 मीटर दौड़ में हिस्सा नहीं ले रही लेकिन चार गुणा 100 मीटर रिले में दौड़ेगी। ’’

दुती के अपनी विश्व रैंकिंग के आधार पर तोक्यो खेलों में 100 मीटर स्पर्धा में जगह बनाने की उम्मीद है, हालांकि वह 11.15 सेकेंड का क्वालीफाइंग समय नहीं निकाल सकी हैं। वह इस समय ‘रोड टू तोक्यो’ सूची में 56 प्रतिस्पर्धियों में 41वें स्थान पर चल रही है।

मंगलवार को होने वाली महिलाओं की चार गुणा 100 मीटर रिले में भारतीय चौकड़ी को ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने के लिये 43.04 सेकेंड का समय निकालना होगा।

भाषा नमिता पंत

पंत