सबक सीखने की जरूरत: पाकिस्तान के खिलाफ हार के बाद केन विलियमसन

सबक सीखने की जरूरत: पाकिस्तान के खिलाफ हार के बाद केन विलियमसन

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  • Publish Date - November 4, 2023 / 09:42 PM IST,
    Updated On - November 4, 2023 / 09:42 PM IST

बेंगलुरू, चार नवंबर (भाषा) विश्व कप के अहम मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाफ 21 रन से हार (डकवर्थ लुईस पद्धति) का सामना करने के बाद न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने कहा कि उनकी टीम को ‘कुछ सबक सीखने’ की जरूरत है।

विश्व कप में अपने अभियान को लगातार चार जीत के साथ शुरू करने वाले न्यूजीलैंड लगातार चार हार के बाद सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए जद्दोजहद कर रहा है।

अंतिम चार में पहुंचने के लिए टीम को लीग चरण के अपने आखिरी मुकाबले में नौ नवंबर को श्रीलंका के खिलाफ जीत दर्ज करने के अलावा अपने नेट रन रेट को भी ध्यान में रखना होगा।

विलियमसन ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ इस टूर्नामेंट में हमारे लिए बहुत कुछ बाकी है। आज सब कुछ इतना अच्छा चलने के बाद यह हमारे लिए निराशाजनक परिणाम है। हमें आगे बढ़ने और अपनी अगली चुनौती पर ध्यान देने की जरूरत है। हम इस हार से भी कुछ सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ेंगे और कुछ सबक सीखने की कोशिश करेंगे।’’

विलियमसन ने कहा कि उनकी टीम को श्रीलंका के खिलाफ मैच से पहले योजनाओं में कुछ स्पष्टता लानी होगी।

उन्होंने कहा, ‘‘ हमारी योजना स्पष्ट होगी। हम अन्य टीमों पर भरोसा नहीं कर सकते क्योंकि आप छोटे अंतर से भी पिछड़ सकते हैं, चाहे वह रन रेट हो या आपका आखिरी मैच। हमारा ध्यान अभी उस क्रिकेट पर है जिसे हम खेलना जारी रखना चाहते हैं। हमारे पास जो मौके है हमे उससे तालमेल बैठाना होगा।’’

विलियमसन ने कहा, ‘‘हमने इसे वास्तव में सकारात्मक तरीकों से किया है। हमें कुछ चुनौती भी मिली है। ऐसी प्रतियोगिता में आप इस तरह की चुनौती की उम्मीद करते हैं।’’

न्यूजीलैंड को हालांकि पाकिस्तान के खिलाफ यह हार काफी खलेगी क्योंकि टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए छह विकेट पर 401 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। बारिश ने पाकिस्तान का काम कुछ आसान कर दिया लेकिन विलियमसन ने पाकिस्तान के बल्लेबाजों को जीत का श्रेय दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘ मैच की दूसरी पारी में भी हमारे खिलाड़ियों ने अच्छा प्रयास किया लेकिन बारिश के कारण हमारे लिए चीजें मुश्किल हो गयी। हमें हालांकि पाकिस्तान को श्रेय देना होगा। पाकिस्तान को इस लक्ष्य को हासिल करने का प्रयास करना था और उन्होंने इसे शानदार तरीके से अंजाम दिया।’’

भाषा आनन्द पंत

पंत