राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप: सूर्या करिश्मा ने महिला और ऋत्विक ने पुरुष खिताब जीते

राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप: सूर्या करिश्मा ने महिला और ऋत्विक ने पुरुष खिताब जीते

राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप: सूर्या करिश्मा ने महिला और ऋत्विक ने पुरुष खिताब जीते
Modified Date: December 28, 2025 / 06:57 pm IST
Published Date: December 28, 2025 6:57 pm IST

विजयवाड़ा, 28 दिसंबर (भाषा) सूर्या करिश्मा तामिरी ने रविवार को यहां सीनियर राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप में महिला एकल और ऋत्विक संजीवी ने पुरुष एकल खिताब अपने नाम किया।

विजयवाड़ा की 19 वर्षीय सूर्या ने लगभग एक घंटे तक चले महिला एकल फाइनल में तन्वी पत्री को 17-21, 21-12, 21-14 से हराया। वहीं पुरुष एकल फाइनल में ऋत्विक ने भरत को 21-16, 22-20 से शिकस्त दी।

तन्वी ने पहले गेम के बीच में नियंत्रण बनाते हुए सूर्या को कई अनफोर्स्ड गलतियां कराईं। दूसरे गेम में 6-5 के स्कोर पर सूर्या का एक सर्विस रिटर्न नेट में गया जिसे सर्विस जज ने ‘ऊंचाई की गलती’ करार दिया जिससे सूर्या को राहत मिली।

 ⁠

इसके बाद सूर्या ने लगातार सात अंक जीतकर दूसरा गेम अपने नाम किया।

सूर्या ने निर्णायक गेम में तन्वी को लंबी रैलियों में उलझाया जिससे थकान साफ नजर आने लगी। तन्वी ने मुकाबले में बने रहने की कोशिश की, लेकिन अंत में सूर्या ने 15-14 के बाद लगातार छह अंक लेकर मैच जीत लिया।

ऋत्विक ने पुरुष एकल फाइनल का पहला गेम आसानी से जीत लिया लेकिन इसके बाद दूसरे गेम में प्रतिद्वंद्वी के 9-5 की बढ़त बनाने से दबाव में आ गए।

2024 ओडिशा मास्टर्स के विजेता ऋत्विक ने लगातार छह अंक बनाकर बढ़त वापस हासिल की। हालांकि दो गलत फैसलों के कारण भरत ने वापसी की और गेम प्वाइंट भी हासिल किया। इसके बावजूद ऋत्विक ने संयम बनाए रखा और 39 मिनट में मुकाबला अपने नाम कर लिया।

अन्य मुकाबलों में शिखा गौतम और अश्विनी भट्ट के की जोड़ी ने दूसरी वरीयता प्राप्त प्रिया देवी कोंजेंगबाम और श्रुति मिश्रा को 21-14, 21-18 से हराकर महिला युगल खिताब जीता।

शीर्ष वरीयता प्राप्त हरिहरन अमसकरुनन और आर रुबन कुमार ने पुरुष युगल फाइनल में मिथिलेश पी कृष्णन और प्रेजन को 21-17, 21-12 से पराजित किया।

मिश्रित युगल में दूसरी वरीयता प्राप्त सात्विक रेड्डी के और राधिका शर्मा की जोड़ी ने शीर्ष वरीयता प्राप्त आशिथ सूर्य और अमृता पी को 21-9, 21-15 से हराकर खिताब जीता।

भाषा नमिता सुधीर

सुधीर


लेखक के बारे में