एनआरएआई को मुख्य कोचों का राष्ट्रीय शिविर आयोजित करने का आग्रह मिला

एनआरएआई को मुख्य कोचों का राष्ट्रीय शिविर आयोजित करने का आग्रह मिला

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  • Publish Date - September 15, 2020 / 03:50 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:43 PM IST

नयी दिल्ली, 15 सितंबर (भाषा) भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) को राइफल, पिस्टल और शॉटगन के मुख्य कोचों का ओलंपिक कोर समूह में शामिल निशानेबाजों का एक महीने का राष्ट्रीय शिविर आयोजित करने का आग्रह मिला है।

एनआरएआई ने देश भर में कोरोना वायरस की स्थिति को देखते हुए अपने कोर समूह के लिए एक अगस्त से शुरू होने वाले अनिवार्य ट्रेनिंग शिविर को स्थगित कर दिया था।

हालांकि स्वास्थ्य और सुरक्षा नियमों को ध्यान में रखते हुए कोर समूह में शामिल निशानेबाज स्वयं ही डा. कर्णी सिंह निशानेबाजी रेंज में ट्रेनिंग कर रहे हैं। इस सुविधा को इस्तेमाल के लिए आठ जुलाई को दोबारा खोला गया।

एनआरएआई सचिव राजीव भाटिया ने पीटीआई को बताया, ‘‘हमें राष्ट्रीय शिविर शुरू करने के लिए मुख्य कोचों का आग्रह मिला है। वे चाहते हैं कि शिविर कम से कम एक महीने चले।’’

उन्होंने कहा, ‘‘एनआरएआई इस पर गौर कर रहा है। स्थिति को देखते हुए काफी पहलू हैं जिन पर शिविर शुरू करने से पहले गौर करने की जरूरत है।’’

शिविर के अक्टूबर में आयोजित किए जाने की संभावना है।

मेलबर्न राष्ट्रमंडल खेल 2006 में पांच स्वर्ण पदक जीतने वाले समरेश जंग भारतीय पिस्टल टीम के हाई परफोर्मेंस कोच हैं जबकि ओलंपियन दीपाल देशपांडे राष्ट्रीय राइफल कोच हैं।

ओलंपियन और पूर्व डबल ट्रैप एवं ट्रैप विशेषज्ञ मनशेर सिंह शॉटगन टीम के मुख्य कोच हैं।

जंग ने भाटिया से सहमति जताई और कहा कि सभी जरूरी सावधानियां बरतने के बाद ही शिविर का आयोजन होना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘बेशक हम यह नहीं कह रहे कि शिविर को कल या इसके अगले दिन शुरू किया जाए। सभी जरूरी चीजों को करने के बाद ही शिविर का आयोजन होना चाहिए। इस स्थिति में हमें सभी नतीजों के लिए तैयार रहना चाहिए। लेकिन साथ ही हमें उचित ट्रेनिंग करने की भी जरूरत है।’’

जंग ने कहा, ‘‘अगले साल ओलंपिक हों या नहीं हमें तैयार रहना चाहिए क्योंकि 2022 में विश्व चैंपियनशिप है। अगले साल मार्च में हम विश्व कप की मेजबानी भी कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अगर कोई पॉजिटिव आता है (शिविर के दौरान) तो यह सुनिश्चित करना होगा कि उस व्यक्ति का ध्यान रखा जाए। एनआरएआई निश्चित तौर पर सभी पहलुओं पर गौर कर रहा होगा और जब भी इसका आयोजन होगा, सुरक्षा दिशानिर्देशों और नियमों को ध्यान में रखकर ही ऐसा किया जाएगा।’’

भाषा सुधीर आनन्द

आनन्द