गुलाबी गेंद को खेलना आसान नहीं है : पेन

गुलाबी गेंद को खेलना आसान नहीं है : पेन

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  • Publish Date - December 18, 2020 / 02:37 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:51 PM IST

एडीलेड, 18 दिसंबर (भाषा) आस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन ने शुक्रवार को यहां पहले दिन-रात्रि टेस्ट में भारत के खतरनाक गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ अर्धशतकीय पारी खेलने के बाद कहा कि दूर से आती गुलाबी गेंद को दूधिया रोशनी में देखना ‘आसान नहीं’ है।

पेन नाबाद 73 रन की पारी खेलकर शीर्ष स्कोरर रहे जिसके बावजूद उनकी टीम एडीलेड ओवल में मैच के दूसरे दिन पहली पारी में 191 रन पर सिमट गयी।

पेन ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘हां, निश्चित रूप से तेज गेंदबाजी का स्तर बेहतरीन है। गुलाबी गेंद भी शायद इसका एक कारण है। इससे सामंजस्य बिठाना और इसे खेलना आसान नहीं है और मैं आपको बता सकता हूं कि यह खिलाड़ी के लिये मुश्किल है। ’’

बल्लेबाजी आसान नहीं थी जिसके परिणामस्वरूप कुछ बल्लेबाजों ने अति सतर्कता भरा रवैया अपनाया।

पहली पारी में 244 रन पर सिमटने वाली भारतीय टीम ने दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी कुल बढ़त 62 रन की कर ली।

पेन ने स्वीकार किया कि यह उनकी टीम का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं था। उन्होंने कहा, ‘‘हां, यह निश्चित रूप से हमारा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं है लेकिन इसका श्रेय उन्हें जाता है। उन्होंने (भारतीय गेंदबाजों ने) सचमुच काफी अच्छी गेंदबाजी की, हमें दबाव में ला दिया, हम लय हासिल नहीं कर सके या भागीदारियां नहीं बना सके, आज हम ऐसा नहीं कर सके। लेकिन हमारे शीर्ष क्रम ने अभी तक हमारे लिये अच्छा काम किया है। ’’

सीनियर ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (55 रन देकर चार विकेट) ने चार विकेट जबकि तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने दो विकेट चटकाये।

पेन ने कहा कि आस्ट्रेलिया अपने गेंदबाजी आक्रमण की बदौलत निश्चित रूप से वापसी करने की कोशिश करेगी।

उन्होंने कहा, ‘‘अंत में, हमें लक्ष्य का पीछा करना होगा, हम जानते हैं कि यह चुनौतीपूर्ण होगा, हमारी गेंदबाजी शानदार है, कल कुछ भी हो सकता है। ’’

पेन ने कहा, ‘‘हम अपने तेज गेंदबाजी आक्रमण को जानते हैं और कल नाथन लियोन के शुरूआती 10 ओवरों में काफी मौके बने थे। हम तेजी से विकेट चटका सकते हैं और निश्चित रूप से हम कल यही करने की कोशिश करेंगे, स्कोरबोर्ड नियंत्रण में रखेंगे। उम्मीद करते हैं कि हम जहां तक संभव हो, स्कोर कम से कम रख पायेंगे। ’’

भाषा नमिता सुधीर

सुधीर