जापान में विरोध के बाद भी आईओसी प्रमुख बाक ने कहा, तोक्यो ओलंपिक तय समय पर होंगे

जापान में विरोध के बाद भी आईओसी प्रमुख बाक ने कहा, तोक्यो ओलंपिक तय समय पर होंगे

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  • Publish Date - May 22, 2021 / 12:16 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:52 PM IST

नयी दिल्ली, 22 मई (भाषा) जापान में कोविड-19 महामारी के कारण तोक्यो ओलंपिक के विरोध के बावजूद भी अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के प्रमुख थॉमस बाक ने शनिवार को कहा कि इन खेलों का आयोजन अपने तय समय पर होगा।

आईओसी अध्यक्ष ने कहा कि अभूतपूर्व स्वास्थ्य संकट के कारण 2020 में एक साल के लिए स्थगित हुए ओलंपिक के आयोजन से यह संदेश जाएगा कि ‘सुरंग के आखिर में अब भी प्रकाश है (कठिन परिश्रम के बाद आशा की किरण)’।

बाक ने ऑनलाइन तरीके से आयोजित अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) के 47वें कांग्रेस में अपने संबोधन के दौरान यह बयान दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘तोक्यो (ओलंपिक) के शुरू होने में काफी कम समय बचा है। उसकी उलटी गिनती शुरू हो गई है। इस कठिन समय के दौरान, हमें जूझारूपन,विविधता में एकता का एक मजबूत संदेश भेजने की जरूरत है। तोक्यो हमें सुरंग के आखिर में रोशनी दिखाएगा।’’

बाक की टिप्पणी से पहले आईओसी के उपाध्यक्ष जॉन कोट्स ने भी कहा कि महामारी के कारण शहर में आपतकाल लागू होने के बाद भी तोक्यो खेलों का आयोजन होगा।

आईओसी का यह रुख कोविड से प्रभावित दुनिया में खेलों की मेजबानी की चुनौतियों को स्वीकर करता है।

जापान के ज्यादातर नागरिक खेलों की मेजबानी के पक्ष में नहीं हैं, क्योंकि महामारी के दौर में इससे देश के चिकित्सा बुनियादी ढांचे पर और दबाव पड़ने की संभावना है लेकिन आईओसी अपने फैसले पर अडिग है।

बाक ने विश्वास व्यक्त किया कि पिछले साल स्थगित हुए खेलों को स्थानीय आयोजकों के साथ, आईओसी सुरक्षित आयोजन में सक्षम होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘ हम सभी के लिए सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमें जापान के अपने सहयोगियों के साथ यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारे एथलीट एक साथ आएं और सुरक्षित वातावरण में प्रतिस्पर्धा करें।’’

उन्होंने बताया, ‘‘ 70 प्रतिशत से अधिक एथलीटों और अधिकारियों को पहले ही टीका लगाया जा चुका है और यह संख्या समय के साथ और बढ़ेगी। हमें टीकाकरण के लिए तीन वैक्सीन उत्पादकों से भी प्रस्ताव मिले हैं।’’

आईओसी प्रमुख ने कहा कि ओलंपिक सपनों को पूरा करने के लिए सब को कुछ त्याग करना होगा।

भाषा आनन्द सुधीर

सुधीर